चना दाल की बढ़ती मांग को देखते हुए वितरण की प्रक्रिया नहीं हो पा रही थी। वहीं दाल के एवज में सरकार ने बजट जारी नहीं किया तो यह आपूर्ति एकाएक ठप हो गई। इस कारण राज्य सरकार ने भी दाल की सप्लाई से अपने हाथ खींच लिए है।
चावल और गेहूं से पोषाहार का वितरण राज्य सरकार की ओर से स्थगित किया गया है। सरकार ने पिछले वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिए जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों को 150902 क्विंटल गेहूं, 150902.5 क्विंटल चावल और 330420 क्विंटल चना दाल की आपूर्तिकी थी। लेकिन इस नए वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए अभी तक गेहूं, चावल और चना दाल की आपूर्ति के संबंध में निदेशालय ने टैंडर नहीं किए है। इस कारण आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषाहार वितरण में अड़चन आ रही है।
इस बीच महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक रीना का कहना है कि पोषाहार उपलब्ध कराने के लिए निदेशालय को अवगत कराया जा चुका है। निदेशालय स्तर पर टेंडर में देरी मुख्य वजह रही है।
इस बीच महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक रीना का कहना है कि पोषाहार उपलब्ध कराने के लिए निदेशालय को अवगत कराया जा चुका है। निदेशालय स्तर पर टेंडर में देरी मुख्य वजह रही है।