जीआरपी थाना प्रभारी धन्ने सिंह राठौड़ ने बताया कि 22 फरवरी को लखनऊ के तीन-चार जनों को ट्रेन से जाते समय रास्ते में आरोपितों ने चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश कर दिया था और उनका सामान और नकदी लेकर फरार हो गए थे। यात्रियों को लखनऊ में जाकर होश आया तो उन्होंने 24 फरवरी को इस घटना की रिपोर्ट वहां जीआरपी में दर्ज कराई। वहां जीआरपी ने जीरो नबर एफआईआर दर्ज कर यहां भेजी थी। यहां जीआरपी ने 17 मार्च को एफआईआर दर्ज की। इस मामले में पुलिस ने गांव नगलाहारी बकेवर इटावा उत्तरप्रदेश निवासी सोनू को गिरफ्तार किया था।
जिसे पुलिस ने अदालत में पेश रिमांड पर लिया है। इससे पूछताछ के बाद पुलिस ने रेलवे स्टेशन से उसके साथी गांव नांगलहारी बकेवर इटावा उत्तरप्रदेश निवासी अभिषेक उर्फ सुखिया उर्फ नेता पुत्र तुलाराम को गिरफ्तार किया। आरोपित अभिषेक को रविवार को बीकानेर स्थित रेलवे की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन के रिमांड पर लिया था। मंगलवार को आरोपित सोनू को फिर अदालत में पेश कर सात अपे्रल तक रिमांड पर लिया है।
दोनों आरोपितों से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि उनके गिरोह ने 9 मार्च को नांदेड एक्सप्रेस ट्रेन में इटावा उत्तरप्रदेश के तीन यात्रियों को नशीला पदार्थ पिलाकर लूट लिया था। जिनकी जीरो नंबरी एफअईआर झांसी में दर्ज हुई थी। वहीं इनके चार साथी जो दोनों वारदातों में शामिल रहे थे, उनको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जो भिवानी जेल में हैं। इन चारों आरोपितों को लेने के लिए पुलिस ने मंगलवार को उनके प्रोडक्शन वारंट अदालत से जारी कराए हैं। मंगलवार को पुलिस आरोपितों लाने के लिए रवाना हो गई।
मेडिकल से खरीदी नशीली दवा
पुलिस पूछताछ के दौरान ट्रेनों में जहरखुरानी की वारदात करने वाले आरोपितों ने बताया था कि उन्होंने श्रीगंगानगर में ही एक मेडिकल की दुकान से नशीली दवा खरीदी थी। उसे चाय मिलाकर यात्रियों को पिला दिया। जिससे वे कुछ ही समय में अचेत हो गए। पुलिस इस मेडिकल स्टोर का पता लगा रही है। उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।