पुलिस ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड निवासी मनीष कुमार पुत्र लक्ष्मणदास अग्रवाल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 24 सितंबर को रात आठ बजे आंचल हॉस्पिटल के पास मोबाइल पर बात करते हुए पैदल जा रहा था। इसी दौरान पीछे से बाइक पर दो युवक आए और उसके हाथ से उसका मोबाइल छीनकर ले गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआई हेतराम को सौंपी।
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहीराम बिश्नोई व सीओ सिटी अरविंद बेरड के सुपरविजन में शहर में प्रतिदिन होने वाली मोबाइल छीनने की वारदातों को गंभीरता से लेते हुए ट्रेस आउट करने के लिए थाना प्रभारी के नेतृत्व में एएसआई हेतराम, एएसआई महेन्द्र कुमार, कांस्टेबल कृष्ण साहू, अजय कुमार व कांस्टेबल ड्राइवर सुरेन्द्र की टीम गठित की गई।
टीम की ओर से घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। संकलित किए गए साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई करते हुए दो अज्ञात व्यक्तियों को चिह्नित किया गया। पुलिस ने बसंती चौक पानी की टंकी के पास निवासी प्रिंस सोनी पुत्र रामविलास को गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस ने इस मामले में एक बाल अपचारी को निरुद्ध किया है।
आरोपी से वारदात में प्रयोग की गई बाइक बरामद कर ली। पूछताछ के बाद आरोपी के बताए गए स्थानों से शहर में विभिन्न स्थानों पर छीने गए 16 मोबाइल बरामद किए गए हैं। जिसमें 12 मोबाइल एंड्रोयड व 4 कीपैड मोबाइल है।
नशा करने का आदी है आरोपी
– जांच अधिकारी एएसआई हेतराम ने बताया कि आरोपी प्रिंस नशा करने का आदी है। आरोपी दिहाडी करता था लेकिन तीन-चार माह से एक नाबालिग के साथ मोबाइल छीनने की वारदात करने लगा। यह वारदात नशे की पूर्ति के लिए कर रहा था। वह बाइक दिनभर किसी राहगीर का मोबाइल छीनने की फिराक में इधर-उधर घूमता रहता था और मौका लगते ही राहगीर के हाथ से मोबाइल छीनकर फरार हो जाता था।
आरोपी व बाल अपचारी से पुलिस ने छीने गए 16 मोबाइल बरामद किए हैं लेकिन कई मोबाइल इधर-उधर बेच दिए गए। इन मोबाइल के बारे में पता लगाया जा रहा है। आरोपी को अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। जांच के दौरान पूछताछ के लिए जरुरत पड़ी तो फिर से आरोपी को प्रोडेक्शन वारंट पर लाया जाएगा।