पाकिस्तानी कबूतर लेकर बीकानेर गए एसआइ श्याम सिंह ने बताया कि वहां पशु एवं वन्य जीव मेडिकल कॉलेज में कबूतर का गहन परीक्षण किया गया। वरिष्ठ पशु चिकित्सकों की देखरेख में कई तरह के एक्स-रे करने के बाद कबूतर को ऑपरेशन कक्ष में ले जाया गया। वहां उसके शरीर व एक-एक पंख की गहनता से जांच की गई। फिलहाल इसमें किसी तरह का संदिग्ध वस्तु सामने नहीं आई। जांच के बाद कबूतर चिडिय़ाघर में सौंप दिया गया। आगामी आदेश तक इसे चिडिय़ाघर में ही रखा जाएगा।
सीमा क्षेत्र के गांव 61 एफ में मिला था कबूतर…
गौरतलब है कि सीमा क्षेत्र से महज दो किमी दूर गांव 61 एफ निवासी सुखदेव सिंह बावरी को शनिवार सुबह खेत में पेड़ के नीचे कबूतर मिला था। सूचना मिलने पर बीएसएफ अधिकारी व पुलिस मौके पर पहुंची और इसे थाने में लाया गया। कबूतर के परों पर उर्दू में ‘उस्ताज अख्तर व 5 से शुरू होने वाली दस अंकों की एक संख्या (संभवत मोबाइल नंबर) लिखी हुई थी। वहीं दायें साइड के पंखों में धुंधला सा शब्द लिखा ‘इरफान’ या ‘मरफान’ लिखा है। बलअधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तान क्षेत्र से रास्ता भटकर इधर आ गया था।