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पिछले सालों की तुलना में बढ़े डेंगू, टाइफाइड के मरीज

locationश्री गंगानगरPublished: Sep 11, 2017 09:05:00 pm

Submitted by:

vikas meel

इस बार मलेरिया के मरीज कम आ रहे हैं, जबकि इस बार मौसम में उतार चढ़ाव के चलते डेंगू, टाइफाइड और उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ी है।

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श्रीगंगानगर.

पिछले सालों की तुलना में इस बार मलेरिया के मरीज कम आ रहे हैं, जबकि इस बार मौसम में उतार चढ़ाव के चलते डेंगू, टाइफाइड और उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ी है। पिछले आठ माह में ही उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या 15 हजार का आंकड़ा पार कर गई है। जबकि पिछले तीन सालों में इन मरीजों की संख्या तेरह हजार का आंकड़ा पार नहीं कर पाई थी।
चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल जिले में डेंगू का एक भी मरीज नहीं मिला था और उससे पहले एक व दो मरीज सामने आए थे लेकिन इस बार आठ माह में ही डेंगू के मरीजों की संख्या चार पहुंच गई है। वहीं इसबार मलेरिया की स्थिति ठीक है। मलेरिया के रोगी कम हैं, जबकि पिछले सालों में मलेरिया के मरीजों की संख्या काफी हो गई थी। पिछले साल जिले में स्वाइन फ्लू के चार रोगी मिले थे, जबकि इसबार आठ माह में ही बारह मरीज सामने आ चुके हैं। वर्ष 2015 में जिले में स्वाइन फ्लू के 48 रोगी सामने आए थे।

आठ माह में लिए 11 हजार से अधिक पानी के नमूने

मौसमी बीमारियों को देखते हुए जिले में पानी के नमूने लेने का कार्य जारी है। पिछले आठ माह में चिकित्सा विभाग की ओर से 1118 पानी के नमूने लिए गए। इनमें से 38 नमूने असंतोषजनक पाए गए हैं। पिछले सालों की तुलना में इसबार पानी के नमूने लेने की गति भी अधिक है। आठ माह में करीब साढ़े सात हजार क्लोरीकेशन जांच की गई।

पीलिया के मरीज कम मिले

चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि इन आठ माह में पीलिया के आठ मरीज मिले हैं। जबकि पिछले साल 128 पीलिया के मरीज आए थे। इससे पहले के सालों में भी पीलिया के मरीजों की संख्या कम नहीं थी। पीलिया दूषित पानी या भोजन करने के कारण होता है।
इनका कहना है
मौसमी बीमारियों को लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से पूरी सतर्कता बरती जा रही है। स्वाइन फ्लू, डेंगू व मलेरिया की जांच व दवाओं की कोई कमी नहीं है। किसी भी स्थिति के लिए चिकित्सा विभाग तैयार है। पानी के नमूने लिए जा रहे हैं और उनकी जांच कराई जा रही है।
डॉ. अजय सिंगला, डिप्टी सीएमएचओ श्रीगंगानगर।

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