राज्य सरकार के ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन के निर्णय के बाद विभिन्न संगठनों ने कस्बे में नगर पालिका गठन की मांग का प्रस्ताव पारित किया है। नगर पालिका बनाने के लिए सर्वदलीय संघर्ष समिति बनाने पर सहमति बनी है। वहीं सभी प्रमुख राजनीतिक दलों से पालिका बनाने के लिए सहयोग का आग्रह करने का निर्णय किया गया। इस संबंध में रविवार को व्यापार मंडल भवन में अध्यक्ष किशन दुग्गल की अध्यक्षता में हुई बैठक में कस्बे में नगर पालिका गठन के लिए आंदोलन की रणनीति पर चर्चा हुई।
बैठक में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने नगर पालिका की आवश्यकता के बारे में विचार रखे। वक्ताओं का कहना था कि कस्बे को ग्राम पंचायत का दर्जा होने से यह अन्य कस्बों के तुलना में काफी पिछड़ गया है। जिले के अन्तिम छोर पर स्थित इस कस्बे में उपखंड मुख्यालय, तहसीलदार कार्यालय, अपर सैशन न्यायालय, न्यायिक मजिस्ट्रेट, पंचायत समिति, विद्युत निगम, जल संसाधन, विशिष्ट श्रेणी मंडी समिति, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित विभिन्न सरकारी विभाग होने के बावजूद नगरपालिका नहीं होने से नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
व्यापारी नेता बंसत लखोटिया का कहना था कि विभिन्न विभागों में ग्रामीण स्तर की सुविधाएं दी गई हैं।
बैठक में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने पालिका गठन की मांग का प्रस्ताव पारित कर एसडीएम के माध्यम से राज्य सरकार को भेजा है। पालिका गठन के लिए राजनीतिक दलों, संगठनों आदि को शामिल कर घड़साना विकास समिति का गठन करने का निर्णय किया गया। आंदोलन के तहत अगले सप्ताह बैठक कर विकास समिति पदाधिकारियों का चयन किया जाएगा।
बैठक में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने पालिका गठन की मांग का प्रस्ताव पारित कर एसडीएम के माध्यम से राज्य सरकार को भेजा है। पालिका गठन के लिए राजनीतिक दलों, संगठनों आदि को शामिल कर घड़साना विकास समिति का गठन करने का निर्णय किया गया। आंदोलन के तहत अगले सप्ताह बैठक कर विकास समिति पदाधिकारियों का चयन किया जाएगा।
बैठक में व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन दुग्गल, संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष सुनील सोनी, सर्वसिख समाज युवा संघ के संदीप ढिल्लों, उपसरपंच महेश मूंधड़ा, जैन महासभा संरक्षक मांगीलाल जैन सहित विभिन्न वक्ताओं ने संबोधित किया।