लेकिन लोगों के आग्रह पर सार्वजनिक निर्माण विभाग ने दरियादिली दिखाते हुए वहां कारपेट रोड का निर्माण करवा दिया। इसके करीब एक साल बाद सीवर लाइन फिर से लीकेज हो गई। रही कही कसर बरसात ने पूरी कर दी। यह पूरी रोड इतनी अधिक क्षतिग्रस्त हो चुकी है कि कोई भी चौपहिया वाहन गुजरता है तो वहां फंस जाता है। सीवर प्रोजेक्ट की नोडल एजेंसी आरयूआईडीपी का ऑफिस भी इसी रोड पर स्थित है।
इसके बावजूद आरयूआईडीपी के अधिकारियों ने भी इस समस्या का निस्तारण की बजाय अनदेखी कर दी है। इस संबंध में वार्ड50 के पार्षद प्रिंयक भाटी ने भाजपा पार्षदों को वहां बुलाया और सड़क के बीचों बीच बने गडढ़ों में पोधारोपण कर दिए।
भाजपाई पार्षदों ने एक एक गडढ़े में एक एक पौधे लगाकर राज्य सरकार को जमकर कोसा। इस मौके पर पार्षद कमल नारंग, पवन गौड़, प्रेम घोड़ेला, रामगोपाल यादव, अमित चलाना, अरोड़वंश ट्रस्ट अध्यक्ष कपिल असीजा, भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष पार्षद चेष्टा सरदाना आदि मौजूद थे।
पार्षद भाटी ने बताया कि पीडब्ल्यूडी ने पिछले साल सड़क बनाई थी लेकिन इस सड़क के नीचे सीवर लाइन लीकेज हो गई। इस संबंध में पीडब्ल्यूडी को शिकायत की गई तो उन्होंने सीवर लाइन सुधारने के लिए यूआईटी को अधिकृत बताकर पल्ला झाड़ लिया।
वहीं यूआईटी सचिव डा.़हरिमिता ने भी इस सड़क की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को बताकर वहां पेचवर्क कराने से भी इंकार कर दिया है। इन दोनों सरकारी महकमों के आपसी तालमेल नहीं होने के कारण भाजपा के पार्षद एकत्रित हो गए और अनूठा प्रदर्शन करते हुए गडढो में दिख रही इस सड़क में पौधे लगा दिए है।
भाटी का कहना था कि यदि एक सप्ताह में इस रोड का सुधार नहीं हुआ तो पार्षद धरना लगाएंगे।