पुलिस ने बताया कि वार्ड नंबर 26 अनूपगढ़ निवासी हेमराज मिड्ढा पुत्र चंद्रभान ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसकी पुत्री पल्लवी (27) का विवाह वार्ड 52 निवासी अंशुल छाबडा पुत्र श्यामसुंदर से हुआ था। कुछ समय बाद ही पुत्री का श्वसुर का स्वर्गवास हो गया। इसके बाद सास मीनादेवी, देवर अनमोल, ईशान व पति अंशुल की ओर से मारपीट की जाती रही।
उधर, राजकीय चिकित्सालय में परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले दोपहर तक पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया और प्रदर्शन किया। शाम को मृतका के परिजनों व अन्य लोगों की ओर से राजकीय चिकित्सालय के मुख्य गेट के बाहर धरना लगा दिया और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। परिजनों ने सुबह 10 बजे तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने पर रोष मार्च निकालने की चेतावनी दी है।
मौके पर पहुंची पुलिस
– सुबह दस बजे बाद जैसे ही शव राजकीय चिकित्सालय में आया तो सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर सीओ सिटी व जवाहरनगर थाना प्रभारी विश्वजीत सिंह मय जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंचे। जहां से मृतका की सास व एक देवर को राउंडअप कर लिया था। पुलिस दिनभर अस्पताल में कार्रवाई करती रही।
परिजनों में मचा कोहराम
– घटना की खबर मिलने के बाद परिजन व अन्य लोग राजकीय चिकित्सालय पहुंच गए, जहां परिजनों मे कोहराम मच गया। मृतका की मां व बहन रो-रोकर बेहाल हो रही थी। जिनको अन्य परिजनों ने संभाला। शाम तक वहां सभी परिजन पहुंच गए।
मई में ही हुआ विवाह
– मृतका पल्लवी का अंशुल छाबड़ा से 17 मई को विवाह हुआ था। जो पांच माह की गर्भवती थी। परिजनों का आरोप था कि उसको लगातार प्रताडि़त किया जाता रहा और आखिर में उसकी हत्या कर दी गई।
मारपीट के मामले में पति जेल में
– पुलिसकर्मियों ने बताया कि मृतका का पति अंशुल थाने में दर्ज मारपीट व हमला करने के एक मामले में आरोपी था। जिसको तीन दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया था। जिसको न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया था। जो अब जेल में है।