दरों में प्रतिमाह होता है संशोधन
तेल कंपनियों की ओर से प्रत्येक माह की पहली तारीख को एलपीजी के मूल्य में संशोधन किया जाता है। बुधवार एक अगस्त को तेल कंपनियों द्वारा घरेलू और कमर्शियल गैस सिलेण्डरों की दरों फिर संशोधन किया जाएगा। केन्द्र सरकार की मंशा है कि मार्च 2019 तक गैस सिलण्ेडरों पर सब्सिडी को पूरे तौर से खत्म कर दी जाए।
गर्मियों में कम हो जाती है खपत
श्रीगंगानगर जिले में 37 गैस एजेन्सियां हैं। अकेले श्रीगंगानगर शहर में आईओसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल के एक लाख 18 हजार उपभोक्ता हैं, जबकि जिले में कुकिंग गैस का उपयोग करने वालों की संख्या ढाई लाख से अधिक है। श्रीगंगानगर शहर में सर्दियों में एक लाख 10 हजार सिलेण्डरों की खपत है, जोकि गर्मियों में घटकर 63 हजार सिलेण्डर रह जाती है। केन्द्र सरकार के निर्देश पर इन गैस एजेन्सियों ने पिछले दो माह के दौरान लगातार अभियान चलाकर एक लाख 19 हजार 79 लोगों को उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिए हैं।
इनका कहना है
‘सिलेण्डर की दरों में वृद्धि के साथ ही सब्सिडी उस अनुपात में ग्राहकों के बैंक खाते में चली जाती है।’
– राजा नागपाल, संचालक, एचपी गैस एजेन्सी, श्रीगगानगर
‘सरकार को एलपीजी पर टैक्स खत्म कर गैस सिलेण्डर को सस्ता करना चाहिए। इससे रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है, भले ही सब्सिडी बढ़ रही हो, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं है।’
अंजूबाला, गृहिणी, पुरानी आबादी, श्रीगंगानगर