प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के बुधवार को प्रस्तावित हनुमानगढ़ दौरे से कुछ घंटे पहले वरिष्ठ नेता दोनों महिला नेत्रियों के साथ मोती पैलेस में जाजम पर बैठे तो गिले-शिकवे दूर हो गए। समझौते के बाद पायलट के दौरे को सफल बनाने के लिए हनुमानगढ़ चलने की अपील की गई। इस बीच अरोड़वंश समाज ने महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष के खिलाफ दर्ज मुकदमे को झूठा बताते हुए पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने की घोषणा की है। अरोड़वंश समाज ने यह निर्णय समझौते से पहले किया था। बदली परिस्थितियों में इसे टाला जा सकता है।
प्रदेश में लोकसभा की दो और विधानसभा की एक सीट के लिए हुए उपचुनाव में मिली अप्रत्याशित सफलता से उत्साहित कांग्रेस ने प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर धरने आयोजित किए थे। यहां पर भी जिला कांग्रेस कमेटी ने पच्चीस सूत्री मांगों को लेकर 20 से 26 फरवरी तक कलक्ट्रेट पर धरना दिया था। धरने के अंतिम दिन 26 फरवरी को किसी बात को लेकर महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष नमिता सेठी और सेवादल की महिला विंग की जिलाध्यक्ष राजलता वाल्मिकी के बीच बोलचाल हो गई। इसके बाद राजलता ने एक मार्च को नमिता के खिलाफ कोतवाली में एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज करवा दिया। मुकदमा दर्ज होने से पार्टी की जो किरकिरी हुई है उसे लेकर वरिष्ठ नेता खुश नहीं थे और अब वे दोनों महिला नेत्रियों के बीच सुलह करवाने की कोशिश में जुटे थे।
सुलह के आसार बने
कांग्रेस की जिलास्तरीय दो महिला नेत्रियों के बीच तकरार और मुकदमेबाजी को लेकर राजस्थान पत्रिका ने 3 मार्च को ‘गांधीवादी धरने पर शुरू कांग्रेस की रार थाने तकÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। समाचार प्रकाशित होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता राजकुमार गौड़ सहित कई अन्य नेता दोनों पक्षों के बीच सुलह करवाने की कोशिश में जुट गए। आखिरकार मंगलवार देर शाम मोती पैलेस में कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सहारण की अध्यक्षता में हुई बैठक में वरिष्ठ नेताओं के प्रयास रंग लाए और महिला नेत्रियों के बीच सुलह हो गई। बैठक में पृथीपाल सिंह संधू, जगदीश जांदू, जयदीप बिहाणी और श्यामलाल शेखावाटी सहित कई नेता मौजूद थे।