कार्यक्रम का आयोजन अभिज्ञान वैदिक संस्थान के तत्वावधान में किया गया । कौशल ने कहा कि व्यक्ति पर पितृ ऋण वर्षों तक रहता है। इसलिए व्यक्ति इस ऋण को चुकाना जरूरी है ( Palmistry )। इसके लिए कई ज्योतिषीय उपाय भी उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि पापकर्म के साथ किसी अनुष्ठान के फल भी प्राप्त नहीं हो पाते हैं। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रपति से पुरस्कृत पवन के गोयल थे ( Sriganganagar news )। अहमदाबाद के गोविंद भाई पटेल ने कुंडली के अध्ययन के बारे में जानकारी दी।
अहमदाबाद के ही मोलेश भाई पटेल ने तंत्र विद्या के बारे में जानकारी दी। ब्रह्म भाटिया ने हस्तरेखा के बारे में जानकारी दी ( Rajasthan news )। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजेंद्र सत्यनारायण प्रभाकर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थापक अध्यक्ष राजेंद्र कुमार शर्मा ने की ( Hindi news )। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में खुला मंच रखा गया। इसमें उपस्थित लोगों के सवालों के जवाब दिए गए।