पुलिस घड़साना तहसील मुख्यालय पर पांच दिन से अनशन कर रही प्रधान रानीबाला दुग्गल को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए वहां पहुंची थी। पुलिस के अधिकारी प्रधान को बिगड़ती तबीयत के कारण अस्पताल में भर्ती होने का आग्रह कर रहे थे। इसी समय रानीबाला के पति पूर्व विधायक पवन दुग्गल और अन्य माकपा नेताओं की पुलिस से झड़प हो गई। इस पर पुलिस ने दुग्गल और जिला परिषद डायरेक्टर विष्णु भांभू सहित १३ माकपा कार्यकताओं को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूर्व विधायक सहित माकपा कार्यकताओं को उपखण्ड अधिकारी के समक्ष पेश किया। जहां उनके जमानत लेने से इनकार करने पर उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
इन थानों पर किया प्रदर्शन
माकपा और उससे जुड़े संगठनों ने श्रीगंगानगर में पुरानी आबादी थाना, सूरतगढ़, अनूपगढ़, घड़साना, रायसिंहनगर, मुकलावा, गजसिंहपुर, रावलामंडी, पदमपुर, श्रीकरणपुर, सादुलशहर आदि थानों पर प्रदर्शन कर पूर्व विधायक सहित माकपा कार्यकर्ताओं को बिना शर्त रिहा करने की मांग की।
क्या है मामला
इंदिरागांधी नहर में चार में से दो ग्रुप में पानी चलाने की मांग को लेकर घड़साना में पंचायत समिति प्रधान रानीबाला दुग्गल के नेतृत्व में माकपा कार्यकर्ता तहसील मुख्यालय पर धरने पर बैठे हुए थे। वहां पांच दिन से प्रधान रानीबाला दुग्गल ने अनशन शुरू कर रखा था। इसी मुद्दे पर माकपा के धरने से महज २० फीट की दूरी पर कांग्रेस भी २७ अगस्त से धरना दे रही है।
माकपा के पूर्व विधायक पवन दुग्गल सहित 13 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के विरोध पर माकपा और उससे जुड़े संगठनों ने रविवार को जिले के दर्जनभर थानों पर प्रदर्शन किया। दुग्गल सहित १३ जनों को घड़साना में शनिवार को उस समय गिरफ्तार किया गया जब उनकी पुलिस से झड़प हो गई।