सफाई कार्मिक जिला कलक्टर तथा नगर परिषद कायाज़्लय के समक्ष धरने पर बैठ गए, जहाँ हुई सभा को अध्यक्ष उमेश वाल्मीकि, पूवज़् सभापति श्याम धारीवाल, जिलाध्यक्ष दीपक चांवरिया, संयोजक अनिल धारीवाल, महामंत्री समीर वाल्मीकि, पाषज़्द बंटी वाल्मीकि, रामशरण कोचर, महेन्द्र काली, श्रवण सारसर, संजय सरबटा आदि वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए।
वक्ताओं का कहना था कि नगर परिषद व जिला परिषद प्रशासन ने हठधॢर्मता के कारण शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर रखी है। अस्थाई सफाई कमज़्चारियों को दो माह कायज़् करने के बावजूद वेतन तक नहीं दिया जा रहा है, जबकि इस महंगाई में बिना वेतन के परिवार का पालन-पोषण करना असम्भव है। अस्थाई सफाई कमज़्चारी गरीब परिवार से हैं तथा वेतन से ही परिवार का गुजारा होता है।
अस्थाई सफाई कमज़्चारी खैरात नहीं मांग रहे हैं, बल्कि अपना जायज वेतन मांग रहे हैं, लेकिन नगर परिषद् व जिला प्रशासन उनके हक पर डाका मारने पर आमादा है, जिसे किसी भी स्थिति में बदाज़्श्त नहीं किया जाएगा तथा अस्थाई सफाई कमज़्चारियों को उनका हक दिलवाया जाएगा। माँगों के निराकरण तक आंदोलन निरन्तर जारी रहेगा।
सफाई कमज़्चारियों के आंदोलन को पार्षदों फहीम हसन, बंटी वाल्मीकि, श्रमिक नेता महेन्द्र बागड़ी, पार्षद रोहित बागड़ी, बलजीत बेदी, विजेन्द्र स्वामी, सुशील कुमार पप्पू,विशु मिड्ढा आदि पार्षदांें ने समर्थन दिया और जिला प्रशासन को ज्ञापन भी दिया।
इस अवसर पर सफाई कमज़्चारी यूनियन अध्यक्ष उमेश वाल्मीकि, पूवज़् सभापति श्याम धारीवाल, जिलाध्यक्ष दीपक चांवरिया, संयोजक अनिल धारीवाल, महामंत्री समीर वाल्मीकि, पाषज़्द बंटी वाल्मीकि, पूवज़् अध्यक्ष महेन्द्र काली, रामशरण कोचर, सुरेश भाटिया, संजय सरबटा, श्रवण सारसर, विक्की वाल्मीकि, रामकिशोर वाल्मीकि, अमन वाल्मीकि, संजय चावरिया, सुनील घुस्सर, निवास पिहाल, अशोक सुमाली, विजय द्राविड़, सूरज भाटिया, विजय चावरिया, श्याम नरवाल, विजय भाटिया, सुनील भाटिया, नीरज वाल्मीकि, विनोद वाल्मीकि, शंकर भाटिया, रोहित वाल्मीकि सहित अस्थाई व स्थाई महिला-पुरूष सफाई कमज़्चारी, सफाई निरीक्षक तथा ट्रेक्टर-ट्रॉली ड्राईवर व हेल्पर एवं गैराज के कमज़्चारी उपस्थित थे।