बीएसएफ व पुलिस के सूत्र बताते हैं कि पिछले सालों में भारत-पाक सीमा पर जिले में हुई हेरोइन की तस्करी व प्रयासों की घटनाओं में पंजाब के तस्कर ही शामिल पाए गए हैं। जो यहां बॉर्डर के आसपास के ग्रामीणों या उनके रिश्तेदारों को मोटी रकम का लालच देकर तस्करी की घटनाओं को अंजाम दिया है। इसलिए बीएसएफ को बॉर्डर पर दोहरी निगरानी करनी पड़ती है।
जिसमें जीरो लाइन के पार कोई घुसपैठ नहीं हो सके और इधर रात के समय खेतों में तो हलचल तो नहीं हो रही। इन दोनों तरफ ही निगरानी व सतर्कता बरती जाती है। पंजाब में बीएसएफ की सख्ती होने पर तस्कर भी तस्करी के ठिकाने बदल देते हैं और राजस्थान बॉर्डर पर हेरोइन फेंक देते है या फिर प्रयास करते हैं।
पकड़े गए तस्कर 60 प्रतिशत पंजाब के
– बीएसएफ अधिकारी बताते हैं कि कुछ सालों में बॉर्डर पर हेरोइन लेने के लिए आने वाले तस्करों में साठ प्रतिशत से अधिक पंजाब के रहने वाले हैं। जो वहां से मुख्य तस्करों के इशारे पर इस तरफ हेरोइन की तस्करी का टारगेट बताते हैं और फिर लेने के लिए अपने आदमी भेजते हैं। ऐसे में यहां आसपास के गांवों के लोगों को भी लालच देकर मिला लिया जाता है।
जिनका काम बॉर्डर के पास तक उनके साथ जाना होता है।
पिछले दिनों हिन्दुमलकोट व केसरीसिंहपुर इलाके में भी पंजाब के लोग पकड़े गए थे। हिन्दुमलकोट इलाके में तस्कर स्थानीय लोगों के साथ मिलकर यहां से 999 ग्राम हेरोइन उठाकर ले गए थे। वहीं केसरीसिंहपुर इलाके में भी पंजाब से यहां डिलीवरी लेने आए तीन जने पकड़े गए थे।
पिछले दिनों हिन्दुमलकोट व केसरीसिंहपुर इलाके में भी पंजाब के लोग पकड़े गए थे। हिन्दुमलकोट इलाके में तस्कर स्थानीय लोगों के साथ मिलकर यहां से 999 ग्राम हेरोइन उठाकर ले गए थे। वहीं केसरीसिंहपुर इलाके में भी पंजाब से यहां डिलीवरी लेने आए तीन जने पकड़े गए थे।
इनका कहना है
– सीमा पर हेरोइन तस्करी में पकड़े जाने वाले साठ फीसदी लोग पंजाब के तस्कर हैं। जहां यहां ठिकाना बताते हैं और फिर वहां से अपने आदमी भेजते हैं। जो यहां स्थानीय लोगों को मोटी रकम का लालच देकर अपने साथ शामिल कर लेते हैं। हिन्दुमलकोट में हुई तस्करी के मामले में पुलिस पंजाब के तस्करों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
– भंवरलाल, सीओ ग्रामीण श्रीगंगानगर
– इलाके में बॉर्डर पर आए तीन आरोपियों के संबंध में जांच चल रही है। उनके मोबाइल की डिटेल निकलवाई है। वो पंजाब के किन -किन तस्करों के संपर्क बनाए हुए थे। इसकी जानकारी के बाद प्रोडेक्शन वारंट पर लाया जाएगा।
आलोक सिंह, थाना प्रभारी केसरीसिंहपुर श्रीगंगानगर
अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर हुई कार्रवाई
– 22 अक्टूबर 2011 को बीएसएफ ने मदेरां के पास पंजाब के कुख्यात भोलू गैंग के तस्कर निशान सिंह उर्फ सोनू को पकड़ा था, इनका एक साथी फरार हो गया था। सोनू ने खुलासा किया था कि सह पाकिस्तानी तस्करों से हेरोइन की डिलीवरी लेने के लिए आया था।
– 23 जनवरी 2012 में बीएसएफ ने खखां सीमा चौकी क्षेत्र में एक खेत में सीमा पार से फेंकी गई 18 किलोग्राम हेरोइन की खेप बरामद की थी। डिलीवरी लेने आया पंजाब का तस्कर वहां से फरार हो गया था।
– 23 फरवरी 2012 हिन्दुमलकोट में बीएसएफ ने खेत में सीमा पार से फेंकी गई छह किलोग्राम हेरोइन बरामद की। डिलीवरी लेने आए तस्कर पंजाब नंबर की दो बाइक छोडकऱ भाग गए।
– 3 अक्टूबर 2013 को बीएसएफ व एटीएस ने संयुक्त कार्रवाई में हिन्दुमलकोट इलाके में उग्रवादी संगठन के कमांडर व उसके दो साथियों को पकड़ा था। पूछताछ में इन्होंने हेरोइन की तस्करी के सिलसिले में आना स्वीकार किया था।
– 2 मार्च 2017 को गजसिंहपुर क्षेत्र में सीमा से सटे गांव पांच एफडी के पास दो पैकेट मिले थे। बीएसएफ व पुलिस ने सर्च अभियान चलाया लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस ने इसको ड्रग माफिया की रैकी माना।
8 सितंबर 2020 को रायसिंहनगर इलाके में भारत-पाक सीमा पर ख्यालीवाला बॉर्डर पर रात को बीएसएफ से हुई मुठभेड़ में दो पाकिस्तानी तस्कर मारे गए थे। इनके पास से आठ किलोग्राम हेरोइन, दो पिस्तौल, 28 कारतूस, नाइट विजन डिवाइस, करेंसी, रियाल मुद्रा, चाकू आदि बरामद किए गए थे।
8 फरवरी 2021 को तारबंदी के पास हिन्दुमलकोट इलाके में मदनलाल चौकी के समीप पाक तस्करों से बीएसएफ की फायरिंग हुई थी, जहां तस्कर फरार हो गए थे। तारबंदी के पास 999 ग्राम हेरोइन मिली थी।
15 मार्च 2021 को अनूपगढ़ इलाके में कैलाश पोस्ट पर सतर्क बीएसएफ जवानों ने तारबंदी की तरफ आ रहे एक संदिग्ध को नहीं रुकने पर ढेर कर दिया था।