वहीं पुराने चैम्बर की पहचान कर पाइप लाइन को साफ कराने के लिए कारीगरों की टीम लगाई है। यह रोड मार्केट का रूप ले चुकी है, ऐसे में बार बार चैम्बर्स और पाइप लाइन के कारण दुकानदारी प्रभावित होने लगी है।
इधर, जवाहरनगर सैक्टर सात और आठ की सांझा रोड पर पेयजल पाइप लाइन बिछाने के बाद ठेका कंपनी ने पेचवर्क नहीं कराया। वहीं जवाहरनगर सैक्टर सात में भी सड़क की मरम्मत कराने के लिए ठेका कंपनी के प्रतिनिधियों ने पिछले तीन महीने से सुध नहीं ली। वहीं ब्लॉक एरिया की कई गलियों में भी पेयजल पाइप लाइन बिछाने के बाद वहां पेचवर्क लगाने के लिए कोई अधिकारी नहीं आया।
इस बीच, आरयूआईडीपी के कार्यवाहक एसई केके अग्रवाल ने बताया कि पूरे शहर में 450 किमी सीवर लाइन बिछाने का लक्ष्य था, इसमें से 390 किमी लाइन बिछाई जा चुकी है। इसी तरह पेयजल पाइप लाइन बिछाने के लिए 325 किमी का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, इसमें से करीब 290 किमी लाइन बिछाई गई है। दोनों लाइनों के बिछाने का काम नब्बे फीसदी हो चुका है। लेकिन कई जगह लाइनों का मिलान करने का काम शेष पड़ा है। इसे अब कराने के लिए युद्धस्तर पर टीमें लगाई गई है।