वर्षा से न केवल खरीफ में बोई गई फसलों को लाभ होगा, आगामी रबी के लिए भी जमीन में नमी संचय होने से फायदा होगा। उन्होंने बताया कि खरीफ में कई फसलों में यह समय बढ़वार एवं फूल बनने का है। इन दिनों पानी की पूरी आवश्यकता रहती है। चार बजे 10 मिनट तक तेज बारिश हुई फिर छह बजे बाद बारिश का तीसरा दौर शुरू हुआ। कुल मिलाकर जिला मुख्यालय पर ११ मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई। बारिश थमने के बाद बाजारों और पार्कों में रौनक नजर आई। जहां कम वर्षा हुई है, वहां लाभ तो जरूर होगा लेकिन आंशिक। वर्षा होने से फसल धुल गई है। इससे प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया में तेजी आएगी। पत्तियों का भोजन बनाने का काम तेज गति से होगा। तेला,चेपा, सफेद मक्खी आदि जो परेशानी का सबब बने हुए थे, धुल जाएंगे। वर्षा से न केवल खरीफ में बोई गई फसलों को लाभ होगा, आगामी रबी के लिए भी जमीन में नमी संचय होने से फायदा होगा। उन्होंने बताया कि खरीफ में कई फसलों में यह समय बढ़वार एवं फूल बनने का है। इन दिनों पानी की पूरी आवश्यकता रहती है।