कई स्थानों पर साइन बोर्ड, होर्डिंग्स और टिन शैड गिर गए। कुछ इलाकों में रात को तो कई जगह सुबह तक बिजली आपूर्ति बहाल हुई। ज्यादा नुकसान वाले इलाके में बुधवार शाम तक लाइन सुधार का काम पूरा हुआ। जोधपुर डिस्कॉम से मिली जानकारी अनुसार गंगानगर वृत्त में 100 विद्युत पोल, 15 से 20 डीपी और ट्रांसफार्मर जलने से विद्युत तंत्र प्रभावित हुआ।
19 घंटे बाद शुरू हो पाई बिजली
33 केवी लाइन पर डीएवी स्कूल के पास वाटरवक्र्स में एक पीपल का पेड़ टूटकर गिर गया था। इससे होमलैंड और रिद्धि-सिद्धि सैकंड फीडर में मंगलवार रात 12 बजे गुल हुई बिजली बुधवार शाम को सात बजे शुरू हो पाई। अधिशासी अभियंता ग्रामीण अजय माथुर ने बताया कि विद्युत लाइन पर पेड़ गिरने से लाइनों को नुकसान हुआ है। इसमें होमलैंड और रिद्धि-सिद्धि सैकंड फीडर से जुड़ी मुख्य लाइन को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इससे विद्युत सप्लाई ठप हो गई। वहीं सद्भावनानगर फीडर से जुड़ा इलाका सेतिया कॉलोनी, चावला कॉलोनी सहित आसपास का क्षेत्र प्रभावित हुआ लेकिन यहां दोपहर तक बिजली बहाल कर दी गई थी।
मंगलवार रात को आए अंधड़ से जिले का विद्युत तंत्र गड़बड़ा गया। कई जगह पेड़ टूटकर लाइनों पर गिरने से पोल टूट गए, ट्रांसफार्मर को भी नुकसान पहुंचा है। गंगानगर वृत्त में एक सौ विद्युत पोल टूट गए, 15 से 20 डीपी और ट्रांसफार्मर को नुकसान पहुंचा है। विद्युत निगम की टीम ने बुधवार शाम तक पोल और ट्रांसफार्मर बदलकर बिजली बहाल कर दी है। इससे हुए नुकसान का आंकलन एक-दो दिन में पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही बता पाएंगे।
–डॉ संजय वाजपेयी, अधीक्षण अभियंता, जोधपुर डिस्कॉम।
छह दिन बाद दस डिग्री गिरा तापमान
क्षेत्र में एक जून को इस सीजन का सबसे ज्यादा तापमान 49.1 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं मंगलवार रात को आई आंधी और बरसात के बाद तापमान दस डिग्री घटकर 39.1 डिग्री सेल्सियस रह गया। इससे लोगों को एकबारगी राहत मिली। बाद में उमस से परेशानी हुई।