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नया करने की चाह में छोड़ा इसरो वैज्ञानिक का पद, अब मिलेगा राष्ट्रीय उद्यमशील पुरस्कार

locationश्री गंगानगरPublished: Nov 07, 2019 01:19:14 pm

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dinesh

कुछ अलग व नया करने का जुनून नितिन गुप्ता पर इस कदर छाया कि उन्होंने इसरो ( ISRO ) जैसे प्रतिष्ठान में वैज्ञानिक ( ISRO Scientist ) का पद छोडऩा मुनासिब समझा। उन्होंने मात्र पांच साल में ही पहाड़ी इलाकों में होने वाली खेती के यंत्रों में नवाचार किए…

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श्रीगंगानगर। कुछ अलग व नया करने का जुनून नितिन गुप्ता पर इस कदर छाया कि उन्होंने इसरो ( ISRO ) जैसे प्रतिष्ठान में वैज्ञानिक ( ISRO scientist ) का पद छोडऩा मुनासिब समझा। उन्होंने मात्र पांच साल में ही पहाड़ी इलाकों में होने वाली खेती के यंत्रों में नवाचार किए। कम्पनी बनाकर 33 वर्षीय नितिन गुप्ता ने नवीनतम कृषि यंत्र ( agricultural machinery ) तैयार किए। नवाचार के लिए उनकी कंपनी स्किल इनोवेशंस को 9 नवंबर को कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय उद्यमशील पुरस्कार ( Entrepreneur Award ) दिया जाएगा।
सिलिकॉन वैली में मिला इनोवेटिव अवार्ड
श्रीकरणपुर कस्बे के नितिन गुप्ता ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग ( Mechanical Engineering ) चेन्नई से की। इसके बाद नितिन का चयन इसरो ( Indian Space Research Organisation ) में वैज्ञानिक के पद हुआ, लेकिन पद को छोड़ उन्होंने बंगलुरू से मास्टर ऑफ डिजाइन की डिग्री हासिल की। वर्ष 2014 में आंध्र प्रदेश के विनय रेड्डी के साथ मिलकर स्किल इन्नोवेशंस कम्पनी स्थापित की। इसके बाद उनका चयन भारत के प्रमुख बिजनस कॉलेज आईआईएम अहमदाबाद के इन्क्यूबेशन सेंटर में हुआ। यहां अपनी कम्पनी स्टार्टअप इंडिया के तहत रजिस्टर करवाई। नितिन की कपंनी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अमरीका की सिलिकॉन वैली गई, जहां उसे इनोवेटिव कंपनी का अवार्ड मिला।
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एक घंटे में एक टन सब्जी की स्कैनिंग
नितिन और उनके साथी विनय ने जम्मू-कश्मीर के पाम्पोर इलाके में केसर के किसानों के लिए अत्याधुनिक ड्रायर तैयार किया। इसकी मदद से किसान केसर जल्दी सूखा सकते हैं। वहीं, कम बजट की मैदानी इलाकों में सब्जी उगाने वाले किसानों के लिए एक ऐसी मशीन तैयार की है, जिसमें कैमरे की मदद से हर एक सब्जी की स्कैनिंग होती है। यह मशीन एक घंटे में एक टन सब्जी अलग-अलग ग्रेड में निकाल देती है।
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