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कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चिकित्सा विभाग ने जिले में ऑक्सीजन के किए पुख्ता प्रबंध

locationश्री गंगानगरPublished: Jul 27, 2021 11:29:21 pm

Submitted by:

Raj Singh

– 15 अगस्त तक दस ऑक्सीजन प्लांट््स में शुरू हो जाएगी ऑक्सीजन

कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चिकित्सा विभाग ने जिले में ऑक्सीजन के किए पुख्ता प्रबंध

कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चिकित्सा विभाग ने जिले में ऑक्सीजन के किए पुख्ता प्रबंध

श्रीगंगानगर. कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा समस्या ऑक्सीजन की कमी के चलते सामने आई थी और इसके चलते मरीजों के साथ ही चिकित्सा विभाग को परेशानी में डाल दिया था। लेकिन अब चिकित्सा प्रशासन ने तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए जिले में ऑक्सीजन के पुख्ता प्रबंध कर लिए हैं। जिले में दस जगह पंद्रह अगस्त तक सभी ऑक्सीजन प्लांट्स में ऑक्सीजन उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। जिससे भविष्य में जिले में ऑक्सीजन की कमी नहीं आए।

चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में फेफड़ों में संक्रमण के चलते मरीजों को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की जरुरत पड़ी थी और पूरे देश में एक साथ मरीजों को ऑक्सीजन जरुरत होने के कारण किल्लत हो गई। इसके चलते ऑक्सीजन सिलेण्डर की मारामारी मच गई थी। राजकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजन की कमी नहीं आई थी।
इसके चलते जिलेभर के मरीज यहां आने लगे थे और कोविड वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ गई। इसके चलते यहां बार-बार बेडों की संख्या बढ़ाई जाने लगी। वहीं निजी अस्पतालों में भी लगातार ऑक्सीजन की मांग बनी रही। यहां तक की लोगों को घरों में ऑक्सीजन की जरुरत हुई।
इन सभी पहलुओं को देखते हुए केन्द्र सरकार, राज्य सरकार व चिकित्सा विभाग ने सभी जिलों को ऑक्सीजन के लिए आत्मनिर्भर बनाने को लेकर कार्य किया है। इसके चलते सभी जगह ऑक्सीजन उत्पादन सयंत्र लगाए गए हैं। कुछ का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और कई जगह इनका निर्माण कार्य चल रहा है।

जिले में दस ऑक्सीजन सयंत्र
– चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन, चिकित्सा प्रशासन व जनप्रतिनिधियों व सरकारों के प्रयास से जिले में दस ऑक्सीजन उत्पादन सयंत्र लगाए जा रहे हैं। राजकीय चिकित्सालय में एक सयंत्र एक साल से कार्य कर रहा है और दूसरे का ट्रॉयल चल रहा है। वहीं एक निर्माणाधीन तथा एक अन्य सयंत्र भी लगेगा।

ये है ऑक्सीजन सयंत्रों की स्थिति
अस्पताल सयंत्र ऑक्सीजन की मात्रा
राजकीय चिकित्सालय 4 336 सिलेण्डर ऑक्सीजन
सीएचसी करणपुर 1 35 सिलेण्डर ऑक्सीजन
सीएचसी रायसिंहनगर 1 35 सिलेण्डर ऑक्सीजन
सीएचसी सादुलशहर 1 35 सिलेण्डर ऑक्सीजन
सीएचसी अनूपगढ़ 1 35 सिलेण्डर ऑक्सीजन
सीएचसी सूरतगढ़ 1 35 सिलेण्डर ऑक्सीजन
सीएचसी पदमपुर 1 50 सिलेण्डर ऑक्सीजन

जिले में आठ सौ से अधिक कंसंट्रेक्टर
– डिप्टी सीएमएचओ डॉ. करण आर्य ने बताया कि दूसरी लहर में बड़े अस्पतालों के साथ ही सीएचसी स्तर तक भी ऑक्सीजन की मारामारी हो रही थी। वहां आने वाले मरीजों को ऑक्सीजन लेवल कम हो हो रहा था। जहां ऑक्सीजन की व्यवस्था थी, वहां ऑक्सीजन दी गई लेकिन जहां नहीं थी, वहां से मरीजों को जिला मुख्यालय रैफर किया गया।
जिससे जिला मुख्यालय पर मरीजों का एकदम से भार बढ़ गया था। इसको देखते हुए चिकित्सा निदेशालय व भामाशाहों की ओर से कंसंट्रेटर आए। जिनकी संख्या करीब 808 है।


जिले में आक्सीजन कंसंट्रेटर की स्थिति
अस्पताल कंसंट्रेटर
ब्लॉक घडसाना 94
ब्लॉक रायसिंहनगर 84
ब्लॉक सादुलशहर 84
ब्लॉक पदमपुर 72
ब्लॉक कर्णपुर 73
ब्लॉक अनूपगढ़ 94
ब्लॉक सूरतगढ़ 97
ब्लॉक गंगानगर 82
राजकीय अस्पताल 78
ब्लॉक विजयनगर 52

इनका कहना है
– कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा कमी ऑक्सीजन की पड़ी थी। इसके चलते मरीजों व उनके परिजनों को काफी परेशानी भी हुई और चिकित्सा विभाग को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। ऐसा सभी जगह हुआ। इसके चलते तीसरी लहर की संभावना हो देखते हुए इस बार सरकार व विभाग ने ऑक्सीजन सयंत्र लगाने के साथ ही ऑक्सीजन कंसंटे्रटर भेजे हैं। जबकि भामाशाहों ने भी उपलब्ध कराए हैं।
डॉ. गिरधारीलाल मेहरडा, सीएमएचओ श्रीगंगानगर
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