इस पुलिया के अंदर से सिल्ट इतनी निकली कि इससे बारह ट्रॉलियां भर गई। नगर परिषद प्रशासन ने सुखाडि़या सर्किल से राजकीय जिला चिकित्सालय तक मुख्य नाले की सफाई का ठेका दिया हुआ हे।
ठेका फर्म के सहयोगी गुरजंट सिंह का कहना था कि करीब बारह साल बाद इस नाले की सफाई कराई जा रही है। पहली बार पुलिया को साफ करने के लिए सफाई कार्मिकों ने जोखिम उठाया है।
सफाई कार्मिकों ने इस पुलिया की सफाई करने के बाद पुलिस के अंदर से एक छोर से दूसरे छोर तक आवाजाही करके भी दिखाई।
सफाई कार्मिकों का कहना था कि बरसात के दौरान पानी निकासी नहीं होने के कारण जलमग्न हो जाता था। अब तक मुख्य नालों की सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हुई। इस वजह से लोग परेशान होते।
लेकिन अब एसा नहीं होगा, बरसात आने के तत्काल बाद पानी की निकासी हो जाएगी। इस नाले में चार फीट तक सिल्ट जमी थी, बाकी महज दो फीट जगह होने से पानी का प्रवाह इतना अधिक नहीं था जितना होना चाहिए था।
अब सफाई के बाद छह फीट तक पानी एक साथ प्रवाहित होगा तो पानी निकासी में कोई अड़चन नहीं आएगी।
नगर परिषद की ओर से पिछले तीन सप्ताह में पांच मुख्य नालों की सफाई हो चुकी है।
इसके अलावा सात मुख्य नाले की सफाई होना शेष है। नगर परिषद प्रशासन ने पिछले महीने नालों की सफाई के लिए एक ठेकेदार को अधिकृत किया था। इस ठेकेदार ने नगर परिषद के सेवानिवृत्त अधिकारियों से मिलकर साठ कार्मिकों की एक टीम बनाई है।
यह साठ कार्मिक एक साथ सिल्ट निकालने का काम करते है। मुख्य नाले का फर्श तक निकल जाता है।