हूआ यूं कि वार्ड नंबर 54 में करीब आठ साल का एक बच्चा घर की तरफ जा रहा था। तभी बाइक पर पीछे से दो जने आए और एक जने ने बच्चा का हाथ पकडकऱ जबरन बाइक पर बैठा लिया। बच्चे के चीख-पुकार करने पर उसको कुछ दूर ले जाकर छोडकऱ वहां से चले गए।
इस घटना को लेकर लोग जमा हो गए और पार्षद लोकेश सिहाग ने पुलिस को सूचना दी। मामले की सूचना मिलने पर जवाहरनगर थाने से एसआई ललिता राठौड़ व जाब्ता मौके पर पहुंच गया। यहां सीसीटीवी फुटेज खंगाले। तो एक फुटेज में बाइक सवार बालक को उठाकर ले जाते हुए दिखे।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी और आसपास बाइक सवारों की तलाश की। पार्षद, बालक व उसके परिजन थाने पहुंच गए। जहां एफआईआर दर्ज करानी थी। कुछ देर में ही बाइक सवार दोनों जने भी मोहल्ले के लोगों के साथ वहां पहुंच गए। जिन्होंने कहा कि वे बच्चे को जानते हैं और उससे मजाक में ही बाइक पर बैठाया था। इसके बाद वे वहां से चले गए। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।
इस संबंध में पार्षद लोकेश सिहाग ने बताया कि बाइक पर बैठाने वाले भी मोहल्ले के ही है, जिन्होंने मजाक में बच्चे को बैठाया था। बाद में दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया।
जांच अधिकारी एसआई ललिता राठौड़ ने बताया कि जांच चल रही थी कि बाइक सवार एक नाबालिग व एक बालिक भी सामने आ गए। उन्होंने मजाक में ही बच्चे को बाइक पर बैठाने की बात कही है। दोनों के परिजन भी आ गए थे। अपहरण जैसा कोई मामला नहीं था।