साधुवाली की दूरी को देखते हुए शहर से काफी कम लोग वहां सब्जी लेने पहुंच रहे थे। पिछले दो दिनों में सैकड़ों क्ंवटल सब्जी खराब होने पर किसानों ने सोमवार से अपनी सब्जी मंडी में लाकर बेचने की चेतावनी दी, तब यह निर्णय करना पड़ा।
सब्जी उत्पादक किसानों की चेतावनी की जानकारी सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष अमरसिंह बिश्नोई ने आंदोलन से जुड़े किसान संगठनों के नेताओं को दी तो उन्होंने रविवार दोपहर साधुवाली में आपात बैठक कर क्षेत्र के किसानों को सोमवार से डीएवी स्कूल रोड पर सब्जी बेचने की छूट दे दी।
बदले किसान नेताओं के सुर
आंदोलन शुरू होने से एक महीने पहले किसान नेताओं ने गुरुद्वारा सिंह सभा में प्रेस कांफ्रें स कर कहा था कि गांव बंद आंदोलन के तहत किसान दूध, फल और सब्जी नहीं बेचेगा। इसके लिए किसी तरह का ज्ञापन, प्रदर्शन या नाका नहीं लगाया जाएगा। जो किसानों का साथ नहीं देना चाहेगा वह शहर में आकर दूध-सब्जी बेच सकेगा, लेकिन आंदोलन शुरू होने के दिन एक जून से ही ऐसा कुछ नहीं दिख रहा और किसान प्रवेश मार्गों पर नाके लगाकर सब्जी और दूध की आपूर्ति ठप किए हुए हैं।
दूध यूनियन का समर्थन
दूध सप्लाई मजदूर संघ के पदाधिकारियों एवं दूध विक्रेताओं के जिलाध्यक्ष सुभाष स्वामी की अध्यक्षता में एसएसबी मार्ग स्थित गंगनहर पुल पर बैठक हुई। जिलाध्यक्ष सुभाष स्वामी ने बताया कि पूरे जिले में यूनियन के पदाधिकारियों सहित दूध विक्रेता किसान आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
दस दिन तक हमारा समर्थन जारी रहेगा और शहर में दूध सप्लाई नहीं की जाएगी। सोमवार से डीएवी स्कूल के पास दूध की बिक्री दूध विक्रेता नहीं करेंगे। यह काम किसान करेंगे।
पुलिस से तकरार
करणपुर चुंगी के पास नाके पर तैनात युवकों की रविवार को पुलिस के साथ तकरार हो गई। यहां सड़क छोटी होने के चलते पुलिस यातायात व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन युवा किसान बीच सड़क पर वाहनों को रोककर जांच कर रहे थे। पुलिस ने इनको ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी तो ये पुलिस के साथ तकरार करने लगे। इन्होंने पुलिस को यहां तक कह दिया कि आप साइड में जाकर बैठ जाओ हम देख लेंगे, लेकिन पुलिस ने इनको समझाकर व्यवस्था में सहयोग करने को कहा।