जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने जिले के अलग-अलग स्थानों पर लॉक डाउन के चलते रहने को मजबूर इन कश्मीरियों को जरूरी औपचारिकताओं के बाद लौटने की स्वीकृति के निर्देश दे दिए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार को ये सभी रवाना हो जाएंगे। उत्तरप्रदेश सहित अनेक राज्यों के लोग जिले में हैं और कोरोना वायरस से बने हालात के बीच अपने घर, अपनों के बीच जल्दी से जल्दी पहुंचना चाहते हैं।
कम नहीं हो रहा आवेदनों का अम्बार इधर-उधर आने-जाने की स्वीकृति के लिए आवेदनों का अम्बार कम होने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार शाम को अनेक लोग जिला कलक्ट्रेट आए और अधिकारियों से मिल कर स्वीकृति का आग्रह किया। अतिरिक्त जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी परमजीत सिंह एवं उनकी टीम इस काम में देर रात तक जुटी रही। जिनको औपचारिकता की जानकारी नहीं है, उन्हें प्रवासी पंजीकरण पोर्टल पर फार्म भरने का कहा जा रहा है। विस्तृत जानकारी देने के लिए निक ने अपने कार्यालय के बाहर फलेक्स भी लगाया है।
सर्वाधिक पंजाब से आना चाहते हैं जिले में सर्वाधिक 998 जने पंजाब से आना चाहते हैं। इसी तरह 969 जने हरियाणा, 596 दिल्ली, 481 महाराष्ट्र, 420 गुजरात, 388 उत्तरप्रदेश, कर्नाटक से 151, तेलंगाना से 119, बिहार से 118 जने आना चाहते हैं। राजस्थान के अन्य जिले से आने के इच्छुकों की संख्या 349 है। त्रिपुरा, मिजोरम, दमन और अंडमान निकोबार से आने की चाहत रखने वालों की संख्या एक-एक है। इसी तरह कई अन्य राज्यों से भी प्रवासियों ने जिले में आने के लिए ऑन लाइन आवेदन किया है।
2869 जने जाना चाहते हैं यूपी जिले से जो जाना चाहते हैं, उनमें सर्वाधिक 2969 जने उत्तरप्रदेश के हैं। बिहार 1815, पंजाब 1646, हरियाणा 743, मध्यप्रदेश 731, दिल्ली 323, पश्चिम बंगाल 231, उत्तराखंड 213, जम्मू-कश्मीर 184, झारखंड 169, गुजरात 146 जने जाना चाहते हैं। मेघालय, गोवा, दमन और अरूणाचल प्रदेश एक-एक जने जाना चाहते हैं। इसी तरह कई अन्य राज्यों में भी श्रीगंगानगर जिले से लोग जाना चाहते हैं।