फायर ऑफिसर गौतमलाल की अगुवाई में फायर बिग्रेड कर्मियों ने परेड भी की। अग्नि शमन सेवा केन्द्र परिसर में आग बुझाने का डेमो भी किया गया। इसके अलावा वहां आग बुझाने में काम आने वाले उपकरणों की प्रदर्शन भी की। वहीं दमकल की गाडि़यों की रैली भी निकाली गई।
इस मौके पर नगर परिषद आयुक्त सचिन यादव ने कहा कि जिन लोगों ने बहुमंजिला का निर्माण किया है और वहां अग्निशमन यंत्र नहीं लगाए है तो उनकी जांच की जाएगी। आयुक्त ने अग्निशमन सेवा को अत्याधुनिक उपकरणो से सुसज्जित करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर पूर्व पार्षद जगदीश झोरड़, नगर परिषद कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष विकास झोरड़, पैरोकार प्रेम चुघ सहित दमकल कर्मी मौजूद थे।
इससे पहले सभापति के पति का कहना था कि शहर में बड़ी बड़ी बिल्डिंग बन रही है लेकिन आग बुझाने के उपकरण नहीं लगाए जा रहे है, एेसे भवनों की नियमित जांच होनी चाहिए। बिना अग्निशमकार्यक्रम में भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न डा0 भीम राव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए।
जनहित में अग्नि सुरक्षा के उपायों से संबंधित एक पम्पलेट जारी किया। इसके उपरांत अग्निशमन वाहनों की रैली को झण्डी देकर शहर मे पम्पलेट वितरण एवं सुरक्षा संदेश के लिए रवाना किया गया।
आर्य समाज की ओर से स्वामी दयानंद मार्ग स्थित आर्य समाज भवन में आर्य समाज का स्थापना दिवस वैदिक मंत्रोच्चार से मनाया गया। इस कायज़्क्रम में पुरोहित नागेंद्र और विक्रांत शास्त्री ने स्वस्ति यज्ञ किया। भजन उपदेशक ने भजनके माध्यम से स्वामी दयानंद जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला।
पूर्व पुरोहित हर्षवर्धन शास्त्री ने वैदिक नव वर्ष का ऐतिहासिक महत्व बताया। शास्त्री का दावा था कि इस दिन 1 अरब 96 करोड़ 8 लाख 53 हजार 121 वर्ष पहले सूर्योदय के साथ ईश्वर ने सृष्टि की रचना प्रारम्भ की। भगवान श्रीराम एवं महाराजा युधिष्ठिर का राज्याभिषेक इसी दिन हुआ।.
गुरुद्वारा श्री करतारसर साहिब में बैसाखी पर विधवाओं और जरुरतमंद परिवारों को राशन सामग्री बांटी गई। मुख्य सेवादार बाबा गगनदीप सिंह ने बताया कि अखंड पाठ साहिब के भोग के उपरांत कीर्तन दरबार सजाया गया। इस दौरान नि:शुल्क मैडीकल कैम्प भी लगाया गया।