नगरपालिकाध्यक्ष के स्वागत सम्बोधन के पश्चात विपक्ष की कमान संभालते हुए पार्षद दीपेंद्र जाखड़ ने आवर्तक व्यय के प्रचार विज्ञापन की मद में बजट में निर्धारित पांच लाख से बढाकर 5.87 लाख खर्च करने व संशोधित सात लाख करने, जनस्वास्थ्य में कंटीजेंसीज मय संविदा पर सफाई व्यवस्था के लिए निर्धारित 15 लाख के मुकाबले 27.62 लाख रुपए खर्च करने व संशोधित 45 लाख रुपए करने, विकास कार्य में अन्य नये निर्माण कार्य में निर्धारित पांच लाख के मुकाबले 24.83 लाख खर्च करने व संशोधित 25 लाख करने पर विरोध जताते हुए इसे बजट का दुरुपयोग बताया। उन्होने पंचम राज्य वित्त आयोग के तहत प्राप्त 2.82 करोड़ रुपए की राशि के व्यय पर पारदर्शिता का अभाव बताते हुए इसका विवरण सभी पार्षदों का उपलब्ध करवाने की मांग की। इस पर अधिशाषी अधिकारी ने बढाए गए व्यय को स्वच्छ भारत अभियान के लिए आवश्यक बताते हुए किया गया बताया।
बैठक में पार्षद सुखबीर सिद्धू ने नाला सफाई के लिए आधुनिक मशीनों की खरीद करने, कचरा संग्रहण के लिए टिप्पर की संख्या बढाने, खुले में कचरा फेंकने वालों के चालान के लिए टिप्पर चालक को चालान बुुक देने, पेयजल से वंचित क्षेत्र में पाईपलाईन का कार्य तीव्र गति से पूरा करने की मांग की। उन्होने रेलवे लाईन के नजदीक की भूमि के कागजात जांच करते हुए नगरपालिका भूमि को अपने अधिकार क्षेत्र में लेने की मांग की। पार्षद चरणदास गर्ग ने बजट में निराश्रित पशुओं के समाधान के लिए बजट में प्रावधान नहीं करने पर प्रश्न उठाया व इस कार्य को प्राथमिक रुप से शामिल करने की मांग की जिस पर नगरपालिकाध्यक्ष ने इसके लिए प्रावधान करने की बात कही।