स्कूलों में शुरू करें पुस्तकालय…
समिति अध्यक्ष और एसडीएम रीना छिम्पा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में शिक्षक को सर्वोपरि और सामाजिक परिवर्तन का अग्रदूत माना जाता रहा है। इस गरिमा को बनाए रखने के लिए शिक्षकों को दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा से करना होगा। उन्होंने आरटीई के तहत होने वाले प्रवेश में पारदर्शिता बरतने, चुनाव के मद्देनजर बिना किसी महत्वपूर्ण कार्य के अवकाश नहीं लेने और भामाशाहों के माध्यम से स्कूलों में भौतिक संसाधनों के सुधार और संर्वधन के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने विद्यार्थियों के ज्ञानवद्र्धन और श्रेष्ठ परिणाम के लिए स्कूलों में पुस्तकालय अनिवार्य रूप से शुरू करने की बात कही।
मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कालूराम सहारण ने स्कूलों में उत्तम शैक्षिक वातावरण बनाने के लिए समय का पाबंद होने व नवाचार अपनाने की बात कही। इस दौरान कई पीइइओ ने स्कूलों में दूध योजना का बजट आवंटित करने, पोषाहार बजट आवंटन सुचारू करने, आठवीं बोर्ड परीक्षा की कॉपी जांच पूरी होते ही ड्यूटी पर लगाए गए शिक्षकों को वापस स्कूलों में भेजने तथा शिक्षकों को अन्य किसी ड्यूटी पर जाने से पहले पीइइओ की अनुमति अनिवार्य करने की बात कही।
एसीबीइइओ सुरेन्द्र अरोड़ा ने निजी स्कूलों के नए सत्र में लागू प्रावधानों की जानकारी दी। संदर्भ व्यक्ति परमवीर सिंह, रविन्द्र कौर आदि ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।