इसके अलावा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कक्षा तीन में अध्ययनरत छह से अधिक विद्यार्थी हिन्दी की पाठ्य पुस्तक पढऩे में असमर्थ मिले। कक्षा आठ के अधिकांश विद्यार्थी अंग्रेजी की पाठ्यपुस्तक पढऩे में नाकाम रहे । कक्षा 10 के विद्यार्थी गणित विषय के साधारण सवाल भी हल नहीं कर पाए।
उपखण्ड अधिकारी ने प्रधानाचार्य तथा शिक्षकों को कक्षावार इस प्रकार के विद्यार्थियों की पहचान कर उन पर व्यक्तिगत ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रधानाचार्य प्रत्येक माह की बैठक में इसकी समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे कि कितने विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में सुधार हुआ है। साथ ही बोर्ड कक्षाओं के लिए हर 15 दिन में विषयावार लिखित परीक्षा का आयोजन कर इसका रिकॉर्ड नियमित रूप से संधारित करने के निर्देश भी दिए।