इलाके में निराश्रित पशुओं के हिंसक होने से राहगीरों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इसके बावजूद जिला प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया है। आए दिन आवारा पशुओं के कारण हो रही मौत को रोकने के लिए पशुओं की धरपकड़ की मुहिम तक शुरू नहीं हो पाई है। इस साल में 6 माह 19 दिन बीते है लेकिन सात जनों की मौत हो चुकी है।
इलाके में ऐसे हुए हादसे दर हादसे
– 17 जुलाई 2019: केसरीसिंहपुर थाना क्षेत्र कमीनपुरा के पास शुगर मिल क्षेत्र में बाइक सवार गांव 20 बीबी निवासी गुरमल सिंह पुत्र मेजर सिंह की मौत हो जबकि जबकि उसकी पत्नी व बच्चे घायल हो गए।
– 14 जुलाई2019:नोहर में सेवानिवृत्त अध्यापक चाणनमल की सांड की टक्कर से मौत हो गई जबकि सेवानिवृत्त शिक्षक बृजलाल शर्मा गंभीर घायल हो गए।
– 3 जुलाई 2019- चूनावढ़ कोठी निवासी भीमसेन पुत्र जयसिंह रात करीब साढ़े आठ बजे कालियां पेट्रोल पंप से आ रहा था कि रास्ते में अंधेरे में एकाएक गोधा बाइक के आगे आ गया जिससे बाइक से गिरकर उसकी मौत हो गई।
– 24 जून 2019- चूनावढ़ थाना क्षेत्र गांव 3 एच के पास पदमपुर धानमंडी निवासी राजू उर्फ मोटू (22) पुत्र नत्थूराम अपने घर लौट रहा था कि रास्ते में एकाएक पशु आने से टैम्पों पलट गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
– 12 जनवरी 2019: लालगढ़ जाटान क्षेत्र गांव 9 एलएलजी डुडियां वाली ढाणी के पास रात को गोधे की टक्कर से बाइक सवार पन्नीवाली निवासी बाइस वर्षीय हरदीप सिंह उर्फ दीपू पुत्र गुरचरण सिंह रामगढिय़ा की मौत हो गई। वह तीन बहनों का इकलौता भाई था।
– 7 जनवरी 2019:सादुलशहर क्षेत्र गांव मन्नीवाली के पास 40 पीटीडी की रोही खेत में 28 वर्षीय राकेश कुमार पुत्र लीलूराम मेघवाल जब खेत को संभालने गया तो वहां हिंसक हुए गोधे ने गंभीर घायल कर दिया।जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
– 7 जनवरी 2019: सादुलशहर क्षेत्र तख्तहजारा बावरियान निवासी सेवानिवृत्त कृषि पर्र्यवेक्षक शिवराम अक्कू ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उसे एक महीने पहले गांव के पास पशुओं ने टक्कर मारी थी जिससे वह कोमा में चला गया था।
– 21 दिसम्बर 2018: संगरिया क्षेत्र गांव सालीवाला निवासी पंकज मिरासी को हिंसक पशुओं ने पटक दिया था जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
– 20 दिसम्बर 2018: गांव लूणिया के पास 17 एलएम निवासी ओमप्रकाश बिश्नोई रात को अपने घर की ओर से जा रहा था तो रास्ते में पशुअेां ने उस पर हमला कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई थी।
– 6 जुलाई 2018: संगरिया क्षेत्र गांव हरिपुरा निवासी 70 वर्षीय पदमाराम पुत्र शेराराम ने उसे पशुओं ने घेर लिया और हमला बोल दिया। इस हमले में उसकी मौत हो गई।
– 14 जून 2018: रिद्धि सिद्धि एन्केलव के गेट के पास नागालैण्ड के मूल निवासी दिल्ली के लोनी उर्फ लोनेश्वरी को हिसंक गोधे ने टक्कर मारी, जिससे उसकी मौत हो गई। वह यहां अपने रिश्तेदार से मिलने आया हुआ था।
– 8 जुलाई 2017: पदमपुर बाइपास पर हिंसक पशुओं ने बाइक सवार कुंज विहार निवासी राजेश कटारिया को टक्कर मारी जिससे उनकी मौत हो गई थी। साथी हनुमानगढ़ टाऊन निवासी बंटी डोडा गंभीर घायलहुए।
– 5 जुलाई 2017: हनुमानगढ़ रोडपर बाइक सवार जवाहरनगर सैक्टर चार निवासी सेवानिवृत्त होलसेल भंडार के जीएम सतीश तलवार को गोधे ने हमला कर दिया। इसमें उनकी मौत हो गई थी।
– दिसम्बर 2010: पेट्रोप पंप संचालक मदनलाल भाटिया गोधे की चपेट में आने से मौत हुई।
– नवम्बर 2008: इंदिरा कॉलोनी में एक बुजुर्ग महिला को हिंसक गौवंश ने हमला कर दिया था, जिसकी मौके पर मौत हो गई।
श्रीगंगानगर: कोर्ट के आदेश की पालना कोसो दूर
पिछले साल जिला स्थायी लोक अदालत ने शहर में कैटल फ्री सिटी मुहिम चलाने के आदेश जिला कलक्टर, नगर परिषद आयुक्त, सभापति, नगर विकास न्यास सचिव, यातायात पुलिस को दिए थे। लेकिन इस आदेश की पालना कराने के लिए जिम्मेदारी सिर्फ नगर परिषद को दी गई लेकिन परिषद प्रशासन ने मुहिम शुरू करने की बजाय इस आदेश को चुनौती देने के
लिए हाईकोर्ट की शरण ले ली। लोक अदालत ने प्रति दिन एक हजार रुपए की वसूली के लिए आदेश किए थे, ऐसे में परिवादी राधेश्याम गोयल ने कोर्ट में इजराय याचिका दायर कर यह वसूली करने की गुहार लगाई। अदालत में यह मामला अब भी विचाराधीन है।
हनुमानगढ़: नगर परिषद भुगते पांच लाख रुपए
5 जनवरी 2019 को हनुमानगढ़ के तत्कालीन अपर जिला एवं सत्र न्यायााधीश सतपाल वर्मा ने गोधों की बीच सडक़ लड़ाई के दौरान चपेट में आने से एक नागरिक की मौत के मामले में मृतक की पत्नी को 5 लाख रुपए हर्जाना देनेे का आदेश दिया। गौरतलब है कि हनुमानगढ़ टाउन में चुंगी नम्बर छह के पास दो दिसम्बर 2015 को कृष्णलाल नरुला की गोधों की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसके बाद मृतक के वारिसों की ओर से सरकार, गोशाला एवं नगर परिषद हनुमानगढ़ के विरुद्ध हर्जाने के लिए कोर्ट में दावा पेश किया गया था।