श्रीगंगानगर में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि इलाके की समस्याएं उठाने वाले जनप्रतिनिधि ही इलाके का विकास करवा सकते हैं। इस बार राजनीतिक रूप से जो चेहरे सामने आएंगे वे वहीं होंगे जो लोगों की समस्याओं का निराकरण करेंगे। इसके लिए स्थानीय मुद्दों पर उम्मीदवारों को ध्यान देना होगा। उनका कहना था कि इलाके की बड़ी परेशानी नहरी पानी है। यदि नहरी पानी की समस्या का निराकरण हो गया तो फिर सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा तथा ग्रामीण इलाके के लोग व्यवस्थित जीवन यापन कर सकेंगे। वक्ताओं ने कहा कि राजस्थान पत्रिका ने विधानसभा चुनाव से पूर्व मतदाताओं को जागृत करने का बीड़ा उठाया है। यह बेहतरीन प्रयास है और आमजन को चाहिए कि वह स्वच्छ छवि के एेसे लोगों को सामने लाए जो कि जनता की समस्याओं को समझे और उसकी समस्याओं का समाधान करे। इसी से राजनीति में स्वच्छता आ सकेगी। वक्ताओं ने कहा कि आम आदमी की समस्याओं का समाधान चाहने वाले लोग ही राजनीति में आगे आने चाहिए।
इन मुद्दों पर हुआ विचार
बैठक में नहरी पानी का असमान वितरण, इलाके में सड़कों की बदहाल स्थिति, पेट्रोल डीजल के लगातार बढ़ते दाम आदि समस्याओं पर विचार हुआ। वक्ताओं का कहना था कि पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम ने कृषि पर भी विपरीत असर डाला है। इलाके के लोग कृषि पर आधारित है तथा पेट्रोल डीजल के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं। एेसे में आम आदमी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वक्ताओं ने इलाके की प्राथमिकताएं बताते हुए कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में कमी तथा नहरी पानी की समस्या का समाधान करवाने वाले स्वच्छ छवि के लोगों को ही राजनीति में आगे लाना चाहिए।
इनकी रही भागीदारी
बैठक में जिले के ग्रामीण इलाकों से आए विभिन्न लोगों की भागीदारी रही। अंकित, सुरजीत, विजय बिस्सू, सुखजीतसिंह, आत्माराम पचार, विजय कुमार, सुरेश कुमार, अशोक कुमार, बलकरणसिंह, राजकुमार, देवीलाल, मानसिंह, कुलदीपसिंह आदि की भागीदारी रही।
यहां हुई बैठकें
श्रीगंगानगर विधानसभा क्षेत्र सहित जिले के सूरतगढ़, सादुलशहर, श्रीकरणपुर, रायसिंहनगर और अनूपगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भी बैठकों का आयोजन किया गया।