लंबी प्रतीक्षा के बाद शहर के महाराजा गंगासिंह स्टेडियम में कुछ माह पहले शुरू हुए सिंथेटिक ट्रैक के निर्माण की गति बेहद धीमी है। यहां काम चालू हुए लंबा समय हो गया है लेकिन अब तक निर्माण के नाम पर कुछ ज्यादा नजर नहीं आ रहा है। यहां पूर्व में बने फुटबॉल स्टेडियम का लेवल ऊंचा उठा दिया गया है लेकिन अब ट्रैक के लिए कोई निर्माण नहीं हो पाया है।
ट्रैक पर नहीं जमा होगा पानी
ट्रैक पर बरसात के दौरान पानी जमा नहीं हो, इसके लिए निकासी की पुख्ता की व्यवस्था की जानी है। इसी को ध्यान में रखते हुए ट्रैक के चारों तरफ नाली निर्माण किया जा रहा है। इस नाली की निकासी मैदान के दो कोनों में की जानी है तथा वहां पानी निकलने के लिए भूमिगत व्यवस्था की जाएगी। इस नाली निर्माण के साथ ही मैदान का लेवल भी नाली की तरफ झुकाव वाला बनाया जाएगा। जिससे कि ट्रैक के बीच के हिस्से पर भी पानी नहीं रुके।
शुरू से ही रहा धीमा
ट्रैक का निर्माण कार्य शुरू से ही बेहद धीमा रहा है। शुरू में इसके ड्राइंग और अन्य कार्यों के कारण लंबे समय तक काम शुरू ही नहीं हो पाया। इसके बाद कुछ दिनों तक निर्माण कंपनी के प्रतिनिधि इसके लेवल आदि कार्य को ही देखते ही रहे। इसके बाद कुछ निर्माण शुरू हुआ लेकिन इसमें भी मैदान के बीच के हिस्से की भराई पर ही ज्यादा कार्य हुआ तथा अब मौके पर केवल नाली निर्माण में ही मजदूर जुटे
हुए हैं।
लग जाएगा एक वर्ष
निर्माण में अब भी करीब एक वर्ष का समय लगने की उम्मीद है। जिला खेल अधिकारी सुरजीतसिंह बताते हैं कि ट्रैक की पानी निकासी के लिए इन दिनों नाली बन रही है। इसका लेवल आदि निकालने का कार्य तो विशेषज्ञों की देखरेख में किया गया है लेकिन इसके बाद का काम केवल मिस्त्री, मजदूर आदि ही कर रहे हैं। यहां सिंथेटिक लगाते समय विशेषज्ञ इस पर नजर रखेंगे। संभवत: अगले आठ दस माह या करीब एक वर्ष तक में ट्रैक का काम पूरा हो जाएगा।