निरीक्षण के दौरान मिली ये कमियां : निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय (
hospital ) में सफाई व्यवस्था का नितान्त अभाव था। शौचालय (
toilets ) में सफाई का अभाव तथा पानी (
water ) नहीं था। रेडियोग्राफर को छोड़कर चिकित्सालय में चिकित्सकों सहित समस्त स्टाफ चिकित्सकीय गणवेश नहीं थे तथा न ही सम्बंधित ने अपनी गणवेश पर अपने पदनाम की नेम प्लेट नहीं लगा रखी थी।
जिस समय प्रशिक्षु आईएएस चिकित्सालय में पहुंचे तब चिकित्सालय में विद्युत आपूर्ति ठप्प थी तथा वहां का जनरेटर भी खराब था तथा रोगी पंजीयन काऊन्टर पर भारी भीड़ थी, एक काऊन्टर की ओर आवश्यकता महसूस की गई, शल्य चिकित्सा यूनिट में भी कमियां सामने आई, ओपीडी के बाहर रोगियों के बैठने के लिए मेज आदि की पूरी व्यवस्था नहीं थी।
चिकित्सालय में महिला स्टाफ की कमी महसूस की गई। निरीक्षण के तहत प्रशिक्षु आईएएस मोहम्मद जुनैद व एसडीएम यशपाल आहुजा ने चिकित्सालय के रिकॉर्ड की जांच की व रिकॉर्ड पूरा मिला। विभिन्न वार्डों, शल्य चिकित्सा यूनिट, प्रसुति गृह, जच्चा-बच्चा वार्ड, नि:शुल्क दवा केन्द्र व नि:शुल्क जांच केन्द्र आदि का भी निरीक्षण किया। प्रशिक्षु आईएएस ने निरीक्षण के दौरान सामने आई विभिन्न कमियों को गंभीरता से लेते हुए दूर करने व ओपीडी के बाहर 50 कुर्सियों की व्यवस्था करने के भी निर्देश चिकित्सा प्रभारी को दिए। (
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एक और पर्ची काऊन्टर खोलने की मांग : भारत की जनवादी नौजवान सभा की ओर से अशोक सिंहमार के नेतृत्व में प्रशिक्षु आईएएस मोहम्मद जुनैद को ज्ञापन सौंपकर सादुलशहर के चिकित्सालय में ओपीडी की पर्ची के लिए एक और काऊन्टर खोलने की मांग की गई। ज्ञापन में लिखा है कि चिकित्सालय में प्रतिदिन करीब सात सौ की ओपीडी है, एक पर्ची काऊन्टर होने के कारण काम का दबाव अधिक है, इस कारण लम्बी कतार लग जाती है, जिससे रोगियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए एक और पर्ची काऊन्टर खोला जाए। ज्ञापन देने वालों में ताराचन्द सोनी, सुरेश सोनी, गोविन्द, परमानन्द यादव आदि शामिल थे।