इस बार रीट परीक्षा को लेकर भी गिरोह ने अपनी तैयारियंा शुरू कर दी है। इसे रोकने के लिए केन्द्राअधीक्षकों और पर्यवेक्षकों की अहम जिम्मेदारी होगी। एसडी बिहाणी कॉलेज के ऑडिटोरियम में रीट परीक्षा के केन्द्रा अधीक्षकों और पर्यवेक्षकों के प्रशिक्षण शिविर में पुलिस कप्तान ने कहा कि जिले के परीक्षार्थी नकल गिरोह के संपर्क में आते है लेकिन बाहरी जिलों में खासतौर पर बाड़मेर और जोधपुर जिले के परीक्षार्थियों पर विशेष निगरानी की जरुरत है।
उन्होंने बताया कि छब्बीस सितम्बर को इंटरनेट बंद रहेगा लेकिन इसके बावजूद कोई मोबाइल टावर यदि एक्टिव है तो नकल जैसा कदम उठाने के लिए चंद लोग सक्रिय रहेंगे। इसके लिए केन्द्रा अधीक्षक परीक्षा शुरू होने से करीब आधा घंटे पहले एेसे टावरों के एक्टिव होने की जानकारी संबंधित पुलिस थाने या पुलिस अधिकारियों को दे सकते है। वहीं पेपर खोलने के दौरान किसी भी अधिकारी के पास मोबाइल नहीं होना चाहिए।
नकल रोकने के लिए गठित उडऩ दस्तों में शामिल अधिकारी या कार्मिक अपने मोबाइल परीक्षा केन्द्र के बाहर जमा करवाने के बाद ही एंट्री कर पाएंगे। उन्होंने साफ कहा कि कोई भी अफसर चाहे बडा हो या छोटा, नियम कायदे एक समान लागू होंगे। उन्होंने खुद की ओर से जानी वाली चैकिंग के लिए भी मोबाइल परीक्षा केन्द्र के बाहर जमा कराने के निर्देश दिए।
इस दौरान जिला कलक्टर जाकिर हुसैन ने कहा कि परीक्षा केन्द्र के गेट के पास ही एेसा कक्ष या स्थल बनाया जाएं जहां महिला परीक्षार्थियों की चैकिंग आसानी से की जा सके। उन्होंने साफ कहा कि महिला परीक्षार्थी की चैकिंग खुले में नहीं होगी। वहां महिला कांस्टेबल और उसके सहयोगी के तौर पर परीक्षा केन्द्र की महिला कार्मिक या शिक्षण संस्थान की महिला कार्मिक या आंगनबाड़ी केन्द्र की महिला चैकिंग करेगी।
पुरुष कार्मिक की महिला परीक्षार्थियों की चैकिंग में डयूटी नहीं लगेगी। परीक्षा केन्द्र के बाहर परीक्षार्थियों को मास्क बांटे जाएंगे। इसके लिए ७० हजार मास्क की व्यवस्था की गई है। ये मास्क निशुल्क बांटे जाएंगे।