-श्रीगंगानगर के डीएवी स्कूल के विद्यार्थी रहे बंसल,एमबीबीएस बीकानेर से की श्रीगंगानगर.सूरतगढ़ रोड स्थित होमलैंड सिटी में अपने मामा प्रहलादय राय अग्रवाल के यहां पर रह कर एक प्रतिभावान युवक आइएएस बना और शनिवार को पहली बार डॉ.मनीष कुमार बंसल को गुजरात के महिसागर जिले का कलक्टर लगाया गया है। 20 जून को फादर्स डे है और डॉ.मनीष ने कलक्टर ज्वाइंन करने पर माता-पिता को श्रेय दिया। डॉ.बंसल मूल रूप से भादरा तहसील के गांव नूवां के निवासी थी और वहां पर 10 की पढ़ाई ग्रामीण अंचल के पास के गांव के स्कूल से पढ़ाई की। दसवीं कक्षा भी टॉप की और 2005 में वे श्रीगंगानगर शिफ्ट हो गए।
इस बीच पिता को भी खोया उनके बड़े भाई पवन अग्रवाल ने बताया कि वे इससे पूर्व गुजरात के विभिन्न जिलों में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रहकर अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके हैं। वर्तमान में रीजनल कमिश्नर का दायित्व संभाल रहे थे। एमबीबीएस में अध्ययन के दौरान अपने पिता संतलाल बंसल को खोने वाले डॉ.मनीष को आगे बढ़ाने में माता बिमला देवी एवं परिवार के सदस्यों का बहुत योगदान रहा। पहले आइआरएस एवं उसके बाद आइएएस बनने वाले गुजरात कॉडर के डॉ.मनीष की धर्मपत्नी डॉ.ऋचा भी वहां चिकित्सक के रूप में सराहनीय सेवाएं दे रहीं हैं।
कलक्टर तक पहुंचने का श्रेय पिता-माता को दिया डॉ.मनीष ने बताया कि जिला कलक्टर के इस गौरवशाली पद तक पहुंचने का श्रेय वे अपने स्वर्गीय पिता,माता तथा समस्त परिजनों के आशीर्वाद एवं स्नेह को देते हैं। श्रीगंगानगर के डीएवी स्कूल के विद्यार्थी रहे डॉ.मनीष बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर चुके हैं।
योग व ध्यान को बताया बहुउपयोगी डॉ.बंसल ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में योग एवं ध्यान का बहुत अधिक महत्व होता है। इसको बहुपयोगी बताते हुए इनकी तरफ रुझान बढ़ाने की आवश्यकता बताई। अपने इलाके के युवाओं को उन्होंने यह संदेश भी दिया है कि वे पूरी मेहनत और लगन से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करें तो सफलता अवश्य प्राप्त होगी।