एक माह में एक अंक का सुधार श्रीगंगानगर जिले में रंैकिंग के निर्धारित मापदंडों को पूर्ण करने से सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार माना जा रहा है। विभागीय अधिकारियों का तर्क है कि इसके लिए स्कूलों में संसाधनों की कोई कमी नहीं है। लेकिन, संस्था प्रधान शिक्षा विभाग के पोर्टल पर डाटा ऑनलाइन करने में लापरवाही के कारण जिला रंैकिंग में पिछड़ जाता है। इस बार विभाग के संस्था प्रधानों ने रैंकिंग सुधार करने के लिए फीडिंग सहित स्कूल में शैक्षिक कार्य बेहतर किया है। इस कारण राज्य में गुणवत्ता के लिहाज से रैंकिंग में श्रीगंगानगर जिला पांचवें स्थान पर रहा है।
रैंकिंग के मापदंड
-समग्र शिक्षा अभियान में जिले की रैंकिंग के लिए शिक्षा विभाग ने 28 बिंदुओं के मापदंड निर्धारित कर रखे हैं। इनमें मुख्य रूप से स्कूलों में नामांकन,परीक्षा-परिणाम, स्कूलों की चारदीवारी, खेल मैदान, शौचालय निर्माण, पेयजल व्यवस्था, स्कूलों में कंप्यूटर की व्यवस्था और इंटरनेट, एसएमडीसी की समय पर मीटिंग, जन सहयोग से स्कूल में विकास कार्य आदि है। साथ ही इनको निर्धारित समय पर ऑनलाइन करने पर ही रंैकिंग तय होती है।
-समग्र शिक्षा अभियान में जिले की रैंकिंग के लिए शिक्षा विभाग ने 28 बिंदुओं के मापदंड निर्धारित कर रखे हैं। इनमें मुख्य रूप से स्कूलों में नामांकन,परीक्षा-परिणाम, स्कूलों की चारदीवारी, खेल मैदान, शौचालय निर्माण, पेयजल व्यवस्था, स्कूलों में कंप्यूटर की व्यवस्था और इंटरनेट, एसएमडीसी की समय पर मीटिंग, जन सहयोग से स्कूल में विकास कार्य आदि है। साथ ही इनको निर्धारित समय पर ऑनलाइन करने पर ही रंैकिंग तय होती है।
फैक्ट फाइल माह रंैकिंग अप्रेल 13 मई 06
जून 05 —-
राज्य की स्थिति (जून ) राज्य में कौन जिला किस स्थान पर प्रथम-हनुमानगढ़
द्वितीय-झुंझुनूं तृतीय-सीकर रैकिंग में हुआ सुधार
जून 05 —-
राज्य की स्थिति (जून ) राज्य में कौन जिला किस स्थान पर प्रथम-हनुमानगढ़
द्वितीय-झुंझुनूं तृतीय-सीकर रैकिंग में हुआ सुधार
सरकारी स्कूलों में शैक्षिक स्तर पर में पहले की तुलना में सुधार हो रहा है। जहां अप्रेल में जिले की रंैकिंग 13 थी। मई में छह और अब एक स्थान सुधार किया है। हरचंद गोस्वामी, एडीपीसी,समग्र शिक्षा अभियान श्रीगंगानगर।