रैकिंग के क्या है मापदंड
समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) के योजना कार्यक्रम अधिकारी जगदीप भाटिया ने बताया कि जिले की रैकिंग के लिए विभाग ने २८ बिंदुओं के मापदंड निर्धारित कर रखे हैं। इनमें मुख्य रूप से स्कूलों में नामांकन,परीक्षा-परिणाम,स्कूलों की चारदीवारी, खेल मैदान, शौचालय निर्माण, पीने के पानी की व्यवस्था, स्कूलों में कंप्यूटर की व्यवस्था और इंटरनेट, एसएमसी की समय पर मीटिंग,जन सहयोग राशि से स्कूल में विकास कार्य और क्लिक योजना सहित अन्य मापदंड पूर्ण करना होता है।
समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) के योजना कार्यक्रम अधिकारी जगदीप भाटिया ने बताया कि जिले की रैकिंग के लिए विभाग ने २८ बिंदुओं के मापदंड निर्धारित कर रखे हैं। इनमें मुख्य रूप से स्कूलों में नामांकन,परीक्षा-परिणाम,स्कूलों की चारदीवारी, खेल मैदान, शौचालय निर्माण, पीने के पानी की व्यवस्था, स्कूलों में कंप्यूटर की व्यवस्था और इंटरनेट, एसएमसी की समय पर मीटिंग,जन सहयोग राशि से स्कूल में विकास कार्य और क्लिक योजना सहित अन्य मापदंड पूर्ण करना होता है।
शिक्षा विभाग के रमसा व एसएसए की अगस्त की संयुक्त रैकिंग में श्रीगंगानगर जिला राज्य में चौथे स्थान पर रहा है। जबकि हनुमानगढ़ जिला दूसरे स्थान पर रहा है।
-शिवराम यादव, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक),श्रीगंगानगर ।
-शिवराम यादव, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक),श्रीगंगानगर ।
रमसा व एसएसए की अगस्त की संयुक्त रैंकिग में श्रीगंगानगर जिला चौथे स्थान पर रहा है जबकि चूरू प्रथम और हनुमानगढ़ जिला द्वितीय स्थान पर रहा है। उदयपुर इस बार २५ वीं रैंक के साथ सबसे निचले पायदान पर रहा है। रमसा व एसएसए की सयुंक्त रैकिंग में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले जिलों के जिला कलक्टर को डीपीसी रमसा व एसएस एवं एडीपीसी रमसा व एसएसए को बुधवार को शिक्षक दिवस पर जयपुर में सम्मानित किया गया। वहीं,राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के उपायुक्त ने कमजोर रैंकिंग वाले जिलों को सुधार करने की
हिदायत दी है।
हिदायत दी है।