करीब चार महीने पहले शहर के मुख्य मार्गो पर हरियाली विकसित करने के लिए खरीद किए गए 700 ट्री गार्ड गायब करने के मामले में नगर परिषद प्रशासन ने जांच कराने के आदेश किए थे। इस मामले में जेईएन सिद्धार्थ जांदू और एईएन सुखपाल कौर को अधिकृत किया था।
लेकिन इन दोनों अभियंताओं ने अपनी जांच रिपोर्ट अब तक नहीं दी है। सभापति चांडक ने तत्कालीन आयुक्त सुनीता चौधरी से शिकायत की थी। इस शिकायत में आरोप लगाया गया कि ठेकेदार ने करीब बीस लाख रुपए में एक हजार ट्री गार्ड की आपूर्ति करने के लिए नगर परिषद से अनुबंध किया था। लेकिन अधिकांश ट्री गार्ड की आपूर्ति कागजों में कर दी गई।
यह आवंटन किसे और कब किया गया, यह जानकारी नहीं आई तो एईएन व जेईएन से जांच रिपोर्ट मांगी गई, चार महीने के बाद भी यह जांच रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। जिन छह सौ ट्री गार्ड की आपूर्ति होने का दावा ठेका फर्म की ओर से किया गया है, इसमें भी अधिकांश पार्षदों और अन्य जनप्रतिनिधियों के चेहतो के घरों के आगे रोपे जा चुके है।
इसका भौतिक सत्यापन तक नहीं किया गया है। इस संबंध में कई पार्षदों ने भी इस पूरे प्रकरण की जांच करने की मांग दोहराई है। इन पार्षदों की यह शिकायत थी कि अलग अलग ठेकेदारों से ट्री गार्ड मंगवाए गए लेकिन इनको गोदाम में रखने की बजाय ऊंचती ही बांट दिए गए, ये किन किन वार्डो में बांटे गए है, यह सूचना तो दो। लेकिन आयुक्त को उसके अधीनस्थ अधिकारियों ने रिपोर्ट देने से इंकार कर दिया था।
इधर, सभापति चांडक ने बताया कि ठेका फर्म को पच्चीस प्रतिशत कम रेट पर यह ठेका अधिकृत किया गया था, जितने ट्री गार्ड की आपूर्ति करने के लिए अनुबंध किया गया था, वह अब तक पूरा नहीं हो सका है। इस मामले की जांच रिपोर्ट अब विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद आएगी।
इधर, सभापति चांडक ने बताया कि ठेका फर्म को पच्चीस प्रतिशत कम रेट पर यह ठेका अधिकृत किया गया था, जितने ट्री गार्ड की आपूर्ति करने के लिए अनुबंध किया गया था, वह अब तक पूरा नहीं हो सका है। इस मामले की जांच रिपोर्ट अब विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद आएगी।