स्वाइन फ्लू से एक ने तोड़ा दम–रायसिंहनगर. क्षेत्र के गांव 15 पीएस के एक व्यक्ति की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई। चिकित्सा विभाग के अनुसार अमरजीतसिंह पुत्र बलवीरसिंह को शुक्रवार को रायसिंहनगर के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया था। यहां हालत गंभीर होने पर उसे श्रीगंगानगर रैफर कर दिया गया। जिला मुख्यालय के निजी अस्पताल में भी स्थिति नियंत्रण में नहंीं होने पर लुधियाना डीएमसी ले जाया गया। वहां जांच में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने पर उपचार शुरू किया गया। बुधवार तडक़े उपचार के दौरान रोगी की मौत हो गई।
गर्भवती महिला की मौत-सादुलशहर क्षेत्र के गांव बहरामपुरा बोदला (कालवासिया) निवासी एक विवाहिता की स्वाइन फ्लू से श्रीगंगानगर के एक निजी चिकित्सालय में मौत हो गई। विवाहिता सात माह की गर्भवती थी। गांव कालवासिया निवासी एमजेडी वितरिका के अध्यक्ष ईश्वर सहारण की पत्नी पूनम (28) को गत दिनों स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई। उसका उपचार श्रीगंगानगर के निजी चिकित्सालय में चल रहा था। मंगलवार रात उसकी मौत हो गई। मृतका के छह वर्ष की एक पुत्री है। उसका बुधवार को गांव में गमगीन माहौल में अन्तिम संस्कार कर दिया गया। खंड चिकित्सा प्रभारी डॉ. महेश गुप्ता ने बताया गांव मन्नीवाली में भी निर्मला देवी को स्वाइन फ्लू है, जिसका उपचार परिजनों की ओर से जयपुर में करवाया जा रहा है। इसके अलावा लालगढ़ जाटान में साहिल तथा सादुलशहर में गोरा सोनी पुत्र जोगेन्द्र सिंह सोनी को भी स्वाइन फ्लू है। जिसकी पुिष्ट बीकानेर पीबीएम चिकित्सालय कर चुका है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि गांव कालवासिया में घर-घर सर्वे के लिए टीम लगा दी गई है। रोग से बचाव के लिए स्वाइन फ्लू रोधी दवाइयां दी जा रही हैं। इसके अलावा शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में भी आशा सहयोगिन व एएनएम सर्वे कार्य जारी है। राजकीय चिकित्सालय में भी स्वाइन फ्लू रोग से बचाव के लिए आयुष विभाग काढ़ा पिला रहा है।
लगातार मिल रहे हैं रोगी श्रीगंगानगर. चिकित्सा विभाग के अनुसार बुधवार को अनूपगढ़ से दो रोगियों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इनमें भंवर सिंह पुत्र मल्लू सिंह व राजेश कुमार पुत्र जोगेंद्र सिंह को खांसी-जुकाम होने पर पीबीएम बीकानेर अस्पताल से जांच करवाई गई तो स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। जयपुर एसएमएस अस्पताल से पदमपुर की सरोज 25 की जांच रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। जबकि 22 जनवरी को चार रोगियों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।
अवकाश पर लगा लगा रखी है रोक
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू का प्रकोप को देखते हुए डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के अवकाश पर रोक लगा रखी है और जहां पर रोगी मिल रहे हैं। वहां पर स्क्रीनिंग की जा रही है। डिप्टी सीएमएचओ डॉ.करण आर्य ने बताया कि इलाके में स्वाइन फ्लू को लेकर हर सीएचसी व पीएचसी पर पर्याप्त दवा की व्यवस्था कर रखी है और बीसीएमओ को स्क्रीनिंग के लिए पाबंद कर रखा है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू का प्रकोप को देखते हुए डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के अवकाश पर रोक लगा रखी है और जहां पर रोगी मिल रहे हैं। वहां पर स्क्रीनिंग की जा रही है। डिप्टी सीएमएचओ डॉ.करण आर्य ने बताया कि इलाके में स्वाइन फ्लू को लेकर हर सीएचसी व पीएचसी पर पर्याप्त दवा की व्यवस्था कर रखी है और बीसीएमओ को स्क्रीनिंग के लिए पाबंद कर रखा है।
फैक्ट फाइल– -जयपुर व पीबीएम बीकानेर लैब की जांच रिपोर्ट में पुष्टि -30 -एसआरएल लैब से स्वाइन फ्लू रोगियो की पुष्टि-24 श्रीगंगानगर जिले में स्वाइन फ्लू से सात रोगियों की मौत
1-एक सी बड़ी पक्की निवासी परमजीत कौर (24) पत्नी सोहन लाल-26 दिसंबर 2018 2- सूरतगढ़ निवासी रूचि आनंद (43)पत्नी भुवनदीप -31 दिसंबर 2018 (निजी में पॉजिटिव,पीबीएम में नेगेटिव रिपोर्ट।) 3. करणपुर के गांव मोटासखूनी निवासी रणवीर (40)पुत्र आसाराम 12 जनवरी
4. सूरतगढ़ के वार्ड 35 निवासी गांधी सैनी पुत्र लालचंद्र सैनी (68) 18 जनवरी 5. रायसिंहनगर के गांव करड़वाली निवासी सरोज (40)पत्नी विजय कुमार की मौत-18जनवरी 6. रायसिंहनगर के गांव 15 पीएस निवासी अमरसिंह पुत्र बलवीर सिंह की मौत-23जनवरी
7.सादुल शहर तहसील के गांव कालवासिया की पूनम (28) पत्नी ईश्वर सहारण-23 जनवरी
-कैसे फैलता है यह रोग—इसका संक्रमण रोगी व्यक्ति के खांसने, छींकने आदि से निकली हुई द्रव की बूंदों से होता है। रोगी व्यक्ति मुंह या नाक पर हाथ रखने के बाद जिस भी वस्तु को छूता है, पुन उस संक्रमित वस्तु को स्वस्थ व्यक्ति द्वारा छूने से रोग का संक्रमण हो सकता है। इसलिए सामान्य सर्दी जुकाम में भी रूमाल आदि का उपयोग करना चाहिए। बार-बार हाथ धोते रहना चाहिए। इस बीमारी में संक्रमित होने के बाद एक से सात दिन के अंदर लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं। जरूरी है कि इस बीमारी से जितना संभव हो सके बचाव किया जाएगा।
-कैसे फैलता है यह रोग—इसका संक्रमण रोगी व्यक्ति के खांसने, छींकने आदि से निकली हुई द्रव की बूंदों से होता है। रोगी व्यक्ति मुंह या नाक पर हाथ रखने के बाद जिस भी वस्तु को छूता है, पुन उस संक्रमित वस्तु को स्वस्थ व्यक्ति द्वारा छूने से रोग का संक्रमण हो सकता है। इसलिए सामान्य सर्दी जुकाम में भी रूमाल आदि का उपयोग करना चाहिए। बार-बार हाथ धोते रहना चाहिए। इस बीमारी में संक्रमित होने के बाद एक से सात दिन के अंदर लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं। जरूरी है कि इस बीमारी से जितना संभव हो सके बचाव किया जाएगा।
सघन निरीक्षण अभियान
स्वाइन फ्लू की प्रभावी रोकथाम करने के लिए जिले में 21 जनवरी से 23 जनवरी तक सघन निरीक्षण अभियान चला रखा है। स्वाइन फ्लू संक्रमण की सघन स्क्रीनिंग की जा रही है। टीमें घर-घर जाकर जांच कर रही है जो तीन दिन तक लगातार गतिविधियां जारी रहेगी।
स्वाइन फ्लू की प्रभावी रोकथाम करने के लिए जिले में 21 जनवरी से 23 जनवरी तक सघन निरीक्षण अभियान चला रखा है। स्वाइन फ्लू संक्रमण की सघन स्क्रीनिंग की जा रही है। टीमें घर-घर जाकर जांच कर रही है जो तीन दिन तक लगातार गतिविधियां जारी रहेगी।
इन पर विशेष फोकस-
अभियान के दौरान पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों एवं गर्भवती महिलाओं को तेज बुखार, जुकाम जैसे लक्षण प्रतीत होने पर तुरंत उपचार प्रारम्भ किया जाएगा, वहीं अन्य सामान्य सर्दी-जुकाम वाले मरीजों की जांच भी जाएगी। स्वाइन फ्लू पॉजीटिव पाए जाने पर संबंधित परिवार व आस-पड़ोस में सर्वे कर स्कीनिंग की जाएगी। स्क्रीनिंग की क्रॉस वेरिफिकेशन दौरान खामी पाए जाने पर संबधित कार्मिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अभियान के दौरान पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों एवं गर्भवती महिलाओं को तेज बुखार, जुकाम जैसे लक्षण प्रतीत होने पर तुरंत उपचार प्रारम्भ किया जाएगा, वहीं अन्य सामान्य सर्दी-जुकाम वाले मरीजों की जांच भी जाएगी। स्वाइन फ्लू पॉजीटिव पाए जाने पर संबंधित परिवार व आस-पड़ोस में सर्वे कर स्कीनिंग की जाएगी। स्क्रीनिंग की क्रॉस वेरिफिकेशन दौरान खामी पाए जाने पर संबधित कार्मिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कंट्रोल रूम पर देवें सूचना–वहीं सभी पीएचसी,सीएचसी व जिला अस्पताल में स्वाइन फ्लू उपचार के लिए टेमीफ्लू दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। चिकित्सकों को स्वाइन फ्लू के लक्षण प्रतीत होने पर कैटेगिरी के अनुसार तत्काल दवा देने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने प्रभावी मोनिटरिंग के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिसका नंबर 0154-2445071 पूर्व में जारी किया जा चुका है। आमजन विभागीय अधिकारी डॉक्टर बजरंग के मोबाइल नंबर पर 9460168003 एवं 8949763505 संपर्क कर स्वाइन फ्लू संबंधी जानकारी ले सकते हैं। कोई सूचना देने के लिए ऑपरेटर शेरसिंह के मोबाइल नंबर 9079276660 एवं 9462176648 पर संपर्क साधा जा सकता है।