इस फाटक से रेल गुजरने के दौरान चेन लगा दी गई। इस अवधि में दो रेल इस मार्ग से गुजरी। लाइन मैन सुरजा राम ने विशेष सजगता बरती। वे रेल गुजरने के वक्त चेन के इर्दगिर्द तैनात रहे।
सुबह नौ बजे से साढ़े दस बजे के बीच प्रमुख रेल गुजरने के बाद बेरियर की मरम्मत की गई। फाटक की मरम्मत के दौरान भी वाहन चालकों को परेशान होना पड़ा क्योंकि इस दौरान बेरियर नीचे ही रहे। इस बेरियर को दोपहर करीब बारह बजे ठीक किया गया।