scriptदम घुटने से बच्चे की मौत, खुली जेल के कमरे में अंगीठी जलाकर सोया बंदी व परिवार बेहोश मिला | The child died of suffocation, the prisoner slept after burning a fire | Patrika News

दम घुटने से बच्चे की मौत, खुली जेल के कमरे में अंगीठी जलाकर सोया बंदी व परिवार बेहोश मिला

locationश्री गंगानगरPublished: Nov 22, 2021 11:32:47 pm

Submitted by:

Raj Singh

बंदी, उसकी पत्नी व एक बेटी अचेत

दम घुटने से बच्चे की मौत, खुली जेल के कमरे में अंगीठी जलाकर सोया बंदी व परिवार बेहोश मिला

दम घुटने से बच्चे की मौत, खुली जेल के कमरे में अंगीठी जलाकर सोया बंदी व परिवार बेहोश मिला

श्रीगंगानगर. घमूड़वाली थाना इलाके में नरसिंहपुरा खुली जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा एक बंदी व उसका परिवार कमरे में अंगीठी जलाकर सोने से दम घुटने पर अचेत हो गया। इससे बंदी के पुत्र की मौत हो गई जबकि पत्नी, एक बेटी व खुद अचेत हो गया। बंदी व उसकी पत्नी को गंभीर हालत में पीबीएम अस्पताल बीकानेर रेफर किया गया है। घमूड़वाली थाना पुलिस व जेलर अमराराम ने बताया कि बिहार निवासी दिनेश शाह रीको में काम करता था। वहां एक हत्या के मामले में उसे अदालत ने 2015 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई। जो सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था। इसके बाद उसे 2020 में खुली जेल में नरसिंहपुरा भेज दिया गया। वहां वह परिवार सहित रह रहा था। रविवार रात दिनेश शाह (40), उसकी पत्नी काजल शाह (34), पुत्र शुभम (ढाई साल) और पुत्री सीमा (ढाई साल) खाना खाकर अपने कमरे में जलती हुई अंगीठी रखकर सो गए थे। उसके दोनों बच्चे जुड़वां थे। सुबह जब खुली जेल में बंदियों की गिनती हुई तो एक बंदी कम निकला। इस पर प्रहरी तथा अन्य बंदी दिनेश के कमरे में गए तो कमरा बंद था। उन्होंने कमरा खोलकर देखा तो दिनेश व उसका परिवार बेहोश मिला। यह देख वहां बंदियों व प्रहरियों में हड़कंप मच गया। तत्काल इसकी सूचना जेल अधिकारियों व एम्बुलेंस को दी गई। एम्बुलेंस ने चारों को राजकीय जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां बंदी के पुत्र शुभम की मौत हो गई। वहीं बंदी दिनेश व उसकी पत्नी काजल को पीबीएम अस्पताल बीकानेर रेफर कर दिया गया। जबकि बेटी सीमा का यहां बच्चा वार्ड में इलाज चल रहा है। पुलिस ने बच्चे का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
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