कोतवाली थाने में तैनात जांच अधिकारी सुभाष बिश्नोई ने बताया कि आरोपी गांव पुरा छोटी धौंद सीकर निवासी वासुदेव पुत्र कालूराम पेपर आउट कराने व उत्तरकुंजी उपलब्ध कराने के मामले में सात साल से फरार चल रहा था। जब भी पुलिस के घर जाती थी, तो उसको गांव का कोई व्यक्ति सूचना दे देता था, इसके बाद वह घर से फरार हो जाता था। पुलिस कई बार गिरफ्तार करने के प्रयास किए लेकिन हाथ नहीं लगा। इस मामले में पुलिस पहले 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी। तेरहवां आरोपी वासूदेव भी अपने गांव में पकड़ा गया। इस मामले में अभी दो आरोपी राजनारायण सिंह व विनोद फरार चल रहे हैं। राज नारायण सिंह उत्तरप्रदेश का रहने वाला है और पूर्व सैनिक है। विनोद का कोई पता-ठिकाना मालूम नहीं चला है। राजनारायण के पकड़े जाने के बाद उसका भी पता चल जाएगा।
आरोपी ने मना कर दिया था मैं नहीं वासूदेव – जांच अधिकारी ने बताया कि फरार चल रहे इस आरोपी को पकडऩे के लिए गांव के एक व्यक्ति से सूचना देने का कहा था। कई दिन बाद उसका फोन आया कि आरोपी अपने गांव में देखा गया है। इस पर कोतवाली पुलिस की टीम वहां पहुंच गई। पुलिस उसके घर पहुंची तो वह सामने आ गया। वासूदेव के बारे में पूछने पर मना कर दिया कि यहां कोई नहीं है। पुलिस को संदेह होने पर आरोपी का फोटो मंगवाकर देखा गया तो वही निकला। जिसको पुलिस गिरफ्तार कर लिया गया।
घर बैठकर फोन पर दी थी उत्तरकुंजी – जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी ने गिरोह के साथ मिलकर अपने घर बैठे ही मोबाइल पर युवकों को उत्तरकुंजी उपलब्ध कराई थी। जिससे पेपर आउट हो गया था। पुलिस इस संबंध में आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है।
यह था मामला – 26 जुलाई 2015 को आर्मी भर्ती कार्यालय झुंझुनू के निदेशक कर्नल अजय कपिल ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर आर्मी भर्ती का पेपर गिरोह की ओर से आउट कराया गया है। बाजार में कुछ लोगों के पास आर्मी के पेपर के हूबहू प्रश्न पत्र मिले हैं। आर्मी की गोपनीय शाखा एमआई व जिला विशेष शाखा तथा कोतवाली पुलिस के संयुक्त अभियान में बस स्टैण्ड से आरोपी पंकज कुमार अरोड़ा, विकास बिश्नोई, दिनेश बिश्नोई, संदीप बिश्नोई को सोशल मीडिया पर आई उत्तर कुंजी सहित काबू किया गया था। सेना की गोपनीय शाखा की ओर से पेपर लिखते समय पंचायती धर्मशाला से आरोपी श्यामलाल को काबू किया गया था। इसके पास मिली उत्तर कुंजी का आर्मी भर्ती के लिए हुए पेपर से मिलान किया तो हूबहू पाए जाने पर मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान गिरफ्तार आरोपियों के अलावा आरोपी श्यामलाल को पेपर उपलब्ध कराने वाले कोचिंग सेंटर संचालक मनोज कुमार निवासी रेनवाल जयपुर व आरोपी पंकज को उत्तर कुंजी देने वाले पूर्व एनएसजी कमांडो नरेन्द्र सिंह तथा रविंद्र सिंह, तेजवीर सिंह निवासी मेरठ, मांगीलाल निवासी बज्जू, कालीचरण निवासी ग्वालियर व कर्नेश कुमार निवासी मुरार यूपी को गिरफ्तार किया गया था।