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श्री गंगानगर

मजदूर परिवार की बेटी हजारों घरों को कर रही शिक्षा से रोशन

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श्री गंगानगरMar 08, 2019 / 11:58 am

Krishan chauhan

 education

मजदूर परिवार की बेटी हजारों घरों को कर रही शिक्षा से रोशन

मजदूर परिवार की बेटी हजारों घरों को कर रही शिक्षा से रोशन

-भारत को शिक्षित करना और बेटियो को आगे बढाना है लक्ष्य
श्रीगंगानगर.ऊंची जिसकी उड़ान हो,कदमों में आसमां हो,वो क्या रुकेंगे मंजिल जिसकी जहांन हो। यह सब कुछ रही है एक बेटी पुनम। मजदूर परिवार में जन्मी पूनम को पढ़ाई के समय काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा। गांव के राजकीय स्कूल में दसवी तक पढ़ाने के बाद निकटवृती शहर सूरतगढ़ पढऩे जाना पड़ा। दो साल पढ़ाई करने के बाद पूनम की उच्च शिक्षा के लिए पढ़ाई छूट गई। पूनम ने पापा के साथ मेहनत मजदूरी की और फिर एक दिन सूरतगढ़ के राजकीय कॉलेज मे प्राइवेट प्रवेश लिया और स्नातक की डिग्री की। हालांकि पूनम प्रजापति का सपना तो झूग्गी-झोंपडी और भिखारी वर्ग मे शिक्षा के जरिये सुधार करना था, ऐसे मे उन्होंने कर्ज लेकर बी एड की और फिर सूरतगढ़ छेत्र मे शिक्षा अभियान शुरू कर अलख जगाई। शादी के समय नशे के खिलाफ और पर्यावरण सरक्षण का संकल्प लेते हुए शादी में आये हुए मेहमानों को पांच सौ पौधे गिफ्ट किये और दोनो पति-पत्नी ने एक सौ पचास पौधे राजकीय स्कूल मे लगाए।
शिक्षा को समर्पित पूनम रामकरण प्रजापति का जन्म गांव रामपुरा जो वर्तमान मे हनुमानगढ़ जिले की पीलीबंगा तहसील में है,नेमिचन्द् प्रजापति के घर हुआ।

मिशन पॉजिटिव इण्डिया अभियान को दी गति–शादी के बाद वे रामेश्रम् ट्रस्ट के मिशन पॉजिटिव इण्डिया अभियान को आगे बढ़ाने मे जुटे। अपनी टीम बनाकर झुगी- झोम्पडी, विधवा परिवार,तलाकशुदा परिवार के जरूरतमन्द बच्चो को शिक्षा से जोडऩे का प्रयास शुरू किया। शिक्षा अभियान के जरिये सूरतगढ़ ब्लॉक के 62 राजकीय स्कूल और 20 आंगनबाड़ी केंद्र को जोड़ कर 6200 बच्चों को शिक्षा अभियान का लाभ दिया। इसके तहत स्टेशनरी, गर्म वस्त्र, कपड़े जूते, स्वेटर, फल आदि मिशन पॉजिटिव इण्डिया अभियान के तहत जनसहयोग से बाुटे। सूरतगढ़, पीलीबंगा, रावतसर ब्लॉक मे एक हजार से भी ज्यादा जरूरतमन्द, विधवा परिवार और झुगी- झोम्पडी परिवार के बच्चे अलग अलग शिक्षा केंद्र मे निशुल्क शिक्षा ले रहे है।
खुद बीपीएल प्रशानिक अधिकारी बनने की तमन्ना–पूनम खुद जरुरतमंद परिवार की,भूमिहीन और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है। प्रसाशनिक अधिकारी बनने का सपना लिए पूनम नियमित सेल्फ अध्ययन करती है और निशुल्क शिक्षा केंद्र के जरिये जरूरतमन्द बच्चो को शिक्षित करने में लगी है।
नहीं लेती अब पूनम पुरस्कार–पूनम बताती है उन्होंने दो हजार तेरह के बाद किसी भी प्रकार के पुरस्कार लेने भी बंद कर रखे हैं, इससे पहले के पुरस्कार उन्होंने योग्य और प्रतिभाशाली बच्चो को डोनेट कर दिए। उन्हे वर्ष 2019 का शिक्षा के क्षेत्र मे सजदा पुरस्कार जो हरियाणा मे राज्य सत्रिय कार्यकर्म जय भारत युवा मण्डल और सेल्फी वीद डॉटर द्वारा प्रदान किया गया।
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