लेकिन कोरोनाकाल बीतने के बाद अब युवाओं को अब अधिक सजग और चौकस होने की जरुरत है। ताकि समाज को नई दिशा मिल सके। देश के विभाजन के बाद सिंधी कौम ने अपने व्यापार के बलबूते पर अपने साथ साथ इस इलाके में भी व्यापार को नए आयाम दिए है। इस मौके पर समाज के अध्यक्ष दौलतराम देसानी का कहना था कि समाज मोतियों की माला में एक सूत्र में पिराये हुए है।
Sindhi community समाजहित में काम करने की जरुरत है। सचिव किशन ज्याणी ने शिक्षा के क्षेत्र में युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने की सलाह दी। इस दौरान मध्यप्रदेश के कटनी से आई पालक मंडली ने भजन संध्या के दौरान भगवान झूलेलाल को रिझाया। वहीं युवा नारी शक्ति, महिला मंडली और सिंधी युवा संगठन की टीम ने कार्यक्रम में अपनी अपनी डयूटियां निभाई।Sindhi community
श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले से आए समाज के लोगों ने अपने अनुभव भी सांझा किए। इससे पहले कार्यक्रम में विधायक राजकुमार गौड़ का कहना था कि मेहनतकश सिंधी समाज ने व्यापार में अपनी अनूठी पहचान बनाई है। वही समाज के रमेश मूलवानी, टेकचंद लालाणी, प्रेम अनुपाणी, हेमंत बजाज आदि ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर संगरिया, पीलीबंगा, नोहर, भादरा, हनुमानगढ़, रावला, अनूपगढ़, घड़साना, केसरीसिंहपुर, करणपुर, पदमपुर, गजसिंहपुर आदि मंडियों से समाज के काफी लोग इस कार्यक्रम के साक्षी बने।