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सामान्य रोगी को रेफर करने का छाया रहा मुद्दा

locationश्री गंगानगरPublished: Sep 26, 2019 06:24:15 pm

Submitted by:

Krishan chauhan

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सामान्य रोगी को रेफर करने का छाया रहा मुद्दा

सामान्य रोगी को रेफर करने का छाया रहा मुद्दा

सामान्य रोगी को रेफर करने का छाया रहा मुद्दा

–आरएमआरएस की मीटिंग में जिला कलक्टर ने जिला चिकित्सालय से जुड़े कई मुद्दों पर की चर्चा

श्रीगंगानगर. रात्रि को पीएचसी-सीएचसी से गर्भवती महिलाएं जिला चिकित्सालय में रेफर की जा रही हैं। इस कारण जिला चिकित्सालय में डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ पर अतिरिक्त काम बढ़ जाता है। इसको लेकर जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने सीएमएचओ से कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। इसके लिए आप रात्रि को पीएचसी-सीएचसी का निरीक्षण करने के लिए निकलो और मौके पर जाकर देखो कि वहां पर डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ मौके पर मौजूद रहता है या नहीं। यदि मौके पर कार्मिक नहीं मिलता है तो तुरंत उसको चार्जशीट थमाई जाए। उसको वहां से हटाकर 50 से 100 किमी.दूरी पर नियुक्त कर दिया जाए। जिला कलक्टर नकाते बुधवार को कलक्ट्रेट सभाहॉल में राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की मीटिंग को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में जरूरत के अनुसार सीसी टीवी कैमरे लगाए जाएं तथा पूर्व में जो कैमरे लगाए गए हैं,उनकी मोनिटर्रिंग की जाए। ओपीडी के अलावा जहां जरूरत है वहां पर आठ कैमरे तथा एक डीवीआर लगाई जाए। मीटिंग में इसके अलावा भी काफी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा कर निर्णय किया गया। मीटिंग में सीएमएचओ डॉ.गिरधारी लाल, पीएमओ डॉ के.एस.कामरा, उप नियंत्रक डॉ.प्रेम बजाज,सदस्य उदयपाल झांझडिया, प्रेम चौधरी, विजय कुमार गोयल, हरजीत सिंह हैरी, राजकुमार सोनी, गोपाल तरड़ सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी शामिल हुए ।
धर्मशाला का सदुपयोग होना चाहिए—चिकित्सालय में लीला धर्मशाला के आस-पास अतिक्रमण पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि राजकीय चिकित्सालय में निर्मित एक करोड़ रुपए की धर्मशाला भवन व नर्सिंंग छात्रावास का सदुउपयोग होना चाहिए। जब मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा,तब रोगियों की संख्या बढ़ेगी तो धर्मशाला आम रोगियो के लिए उपलब्ध करवाई जा सकेगी। नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र को भी नये भवन में स्थानान्तरित करने के लिए आगामी मंगलवार तक रिपोर्ट देनी होगी।
अब खाना फेंकने पर लगेगा जुर्माना–चिकित्सालय में बचा हुआ खाना फेंकने पर जुर्माने का प्रावधान किया जाएगा । आरएमआरएस में एक मैनेजर रखने का निर्णय लिया गया। इनके लिए 6 माह के लिए एक बार रखना तय किया गया। कार्य संतोष जनक होने पर छह माह के लिए अवधि बढ़ाई जा सकेगी।
लेजर मशीन के लिए प्रस्ताव बनाया जाए–चिकित्सालय में दो ऑपरेशन टेबल,आंखों के लिए लेजर मशीन उपलब्ध करवाने के प्रस्ताव तैयार करवाए जाए । चिकित्सालय में चिकित्सकों को लाने व ले जाने के लिए दो वाहन अनुबंध पर रखने पर चर्चा करने के बाद इसके लिए निविदा आमंत्रित कर रखने का निर्णय किया गया।
रोगियों को बेहतर सुविधाएं मिलनी चाहिए–गंगानगर विधायक राजकुमार गौड़ ने कहा कि जिला चिकित्सालय में आने वाले रोगियों को अच्छी सेवाएं मिलनी चाहिए। जिले के दूर-दराज से गरीब लोग जिला चिकित्सालय पहुंचते हैं,उन्हें दवाएं व उपचार तथा अच्छा माहौल देना हमारी जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में जिन उपकरणों की आवश्यकता है, वे क्रय किए जाएं। गौड़ ने कहा कि आगामी 6 माह में श्रीगंगानगर शहर में 38 करोड़ रुपए की राशि से सडक़ों,नालियों व अन्य विकास कार्य करवाए जाएंगे।
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