चिकित्सकों ने बताया कि सर्दी में कोरोना संक्रमितों को निमोनिया व फेफड़ों में इंफेक्शन बढ़ रहा है। मरीज हल्के लक्षण होने पर इसको गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और खुद ही इलाज में लगे रहते हैं। जब तबीयत ज्यादा खराब होती है तो चिकित्सालय में आते हैं।
वे ऐसी स्थिति में अस्पताल में पहुंच रहे हैं, जब उनके फेफड़ों में इंफेक्शन बढ़ चुका होता है और कफ जमा होता है। ऐसे में अस्पताल पहुंचते ही ऐसे मरीजों को तत्काल ऑक्सीजन की जररुत पड़ रही है। ज्यादा गंभीर होने पर वेंटीलेटर भी लगाया जा रहा है। ऐसे में अधिक गंभीर मरीजों कोई सेंटर बीकानेर रैफर करना पड़ता है। इस तरह के गंभीर मरीजों की ही मौत तक हो रही है।
चिकित्सकों की सलाह
– इनदिनों लोगों को चिकित्सकों की ओर से सलाह दी जा रही है कि वे बुखार, सांस में तकलीफ, लगातार खांसी, जुकाम आदि होने की स्थिति में तत्काल चिकित्सक को दिखाएं और कोरोना जांच कराएं। समय पर जांच व इलाज मिलने पर स्थिति गंभीर होने से बचा जा सकता है। इनदिनों कोरोना संक्रमितों के फेफड़ों में कफ जमने व निमोनिया तथा सांस लेने में अधिक दिक्कत हो रही है। जो कुछ ही दिन में स्थिति बिगाड़ देती है। ऐसे में तबीयत खराब होने पर तत्काल चिकित्सक से इलाज लें।
सर्दी से रखें बचाव
– इनदिनों मौसमी बीमारियां भी है और कोरोना संक्रमण का खतरा भी बना है। ऐसे में लोग सर्दी से बचाव रखें। घर से बाहर निकलते ही मास्क जरुर लगाए। कार्य स्थल, बाजार, दुकानों आदि पर सोशल डिस्टेसिंग की पालना का ध्यान रखें। घर जाते ही सैनेटाइजर या साबुन से अच्छी तरह हाथ साफ करें।
कोरोना भर्ती रोगियों की स्थिति
वार्ड का नाम मेल फीमेल कुल ऑक्सीजन पर
कोरोना वार्ड 9 3 12 00
कोरोना आईसीयू 9 8 17 12
सस्पेक्टिड आईसीयू 2 1 3 2
कोविड सेंटर 2 0 2 0
कुल 22 12 34 14
इनका कहना है
– मरीज हल्के से लक्षण मिलने पर अस्पताल पहुंचने में देरी नहीं करें। देरी करने पर स्थिति बिगड़ रही है। कई मरीज अस्पताल पहुंचने तक गंभीर हो जाते हैं। जिनको आते ही ऑक्सीजन देनी पड़ती है या फिर हाई सेंटर पर रैफर करना पड़ता है। इसलिए समय पर अपना इलाज कराएं और कोरोना गाइड लाइन की पालना करें। सर्दी में कोरोना से मरीज गंभीर हो रहे हैं।
– डॉ. केएस कामरा, पीएमओ राजकीय चिकित्सालय श्रीगंगानगर