मेडिकल कॉलेज निर्माण की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट फाइनल होने के बाद इसके वर्क ऑर्डर जार कर दिए गए। आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक बीएस स्वामी ने बताया कि निर्माण एजेंसी राजस्थान स्टेट रोड डेवलेमेंट एंड कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन लिमिटेड आरएसआरडीसी ने श्रीगंगानगर की फर्म मैसर्स रमेश कुमार बंसल को एक सप्ताह पहले वर्क ऑर्डर जारी करते हुए 28 मई तक निर्माण कार्य शुरू करने के लिए निर्देशित किया हुआ है। पहले चरण में कॉलेज भवन निर्माण कार्य पर 71.44 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी।
पहले चरण के भवन निर्माण का कार्य 27 नंवबर 2022 तक पूरा करना होगा। इसमें कॉलेज का प्रशासनिक भवन,चार हॉस्टल ओर सहायक कर्मिकयों के लिए क्वार्टर, सेमिनार हाल और लेक्चर थियटर्स बनाएं जाएंगे। कॉलेज भवन की उंचाई भूतल के अलावा आठ मंजिल तक होगी। प्रोजेक्ट डायरेक्टर स्वामी ने बताया कि निर्माण फर्म को बैंक गांरटी के लिए तीन प्रतिशत यानी दो करोड़ 14 लाख 32 हजार 371 रुपए होंगे।
शिलान्यास हुआ,कॉलेज का निर्माण कार्य सिरे नहीं चढ़ा
श्रीगंगानगर जिले में मेडिकल कॉलेज स्वीकृति को लेकर राजस्थान पत्रिका ने अभियान शुरू किया। शहर की जनता मेडिकल कॉलेज को लेकर अंदोलन करने लगी। इस बीच उद्योगपति बीडी अग्रवाल ने मेडिकल कॉलेज के लिए 100 करोड़ रुपए दान का चैक लेकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं। सेठ बीडी अग्रवाल राजकीय मेडिकल कॉलेज के भवन का 12 सितंबर 2013 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिलान्यास भी किया लेकिन बाद में राज्य में सरकार बदली और निर्माण अटक गया।
कॉलेज के लिए पर्याप्त भूमि, नौ बीघा अतिरिक्त ली
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने सूरतगढ़ रोड स्थित जिला चिकित्सालय परिसर में 9.043 हैक्टेयर जमीन का सरकारी मेडिकल कॉलेज के नाम से यूआइटी से पट्टा जारी कुछ माह पहले करवा लिया था। यूआटी से जमीन का कब्जा भी ले लिया।मेडिकल कॉलेज के लिए चिन्हित 9.046 हैक्टेयर भूमि का आकार एक लाख 9 हजार 201 वर्ग गज है। स्टाफ क्वार्टर के लिए जिला प्रशासन ने यूआईटी से मेडिकल कॉलेज के नाम से नौ बीघा भूमि सद्भावना नगर स्थित सांई मंदिर के सामने ली है। वहां पर स्टाफ के क्वार्टरों का निर्माण कार्य प्रस्तावित है।
जिला चिकित्सालय में 350 बैड की क्षमता है। इसके लिए पर्याप्त जमीन भी उपलब्ध है। सरकारी मेडिकल कॉलेज नहीं होने से श्रीगंगानगर में मेडिकल कॉलेज बनाने की आवश्यकता है तथा मेडिकल कॉलेज के सभी मापदंडों को पूरा कर रहा है। मेडिकल कॉलेज के साथ वर्तमान में चिकित्ससालय में 350 बैड और 350 बैड का अस्पताल और बन जाएगा। इसके बाद 700 बैड का अस्पताल हो जाएगा।
-केंद्र सरकार का हिस्सा-60 प्रतिशत -राज्य सरकार का हिस्सा-40 प्रतिशत
-केंद्र सरकार का हिस्सा-195 करोड़ -राज्य सरकार का हिस्सा-130 करोड़