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सरकारी स्कूलों में डिजिटल प्लेटफार्म नहीं हुआ सफल

locationश्री गंगानगरPublished: Aug 26, 2020 10:14:34 am

Submitted by:

Krishan chauhan

स्माइल कार्यक्रम की प्रगति बहुत कम रही….बच्चों की पढ़ाई ने बढ़ाई अभिभावकों की चिंता

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सरकारी स्कूलों में डिजिटल प्लेटफार्म नहीं हुआ सफल,सरकारी स्कूलों में डिजिटल प्लेटफार्म नहीं हुआ सफल

स्माइल कार्यक्रम की प्रगति बहुत कम रही….

सरकारी स्कूलों में डिजिटल प्लेटफार्म नहीं हुआ सफल

-बच्चों की पढ़ाई ने बढ़ाई अभिभावकों की चिंता

श्रीगंगानगर. देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक जीवन के अलावा कोरोना वायरस ने शिक्षा व्यवस्था को सबसे अधिक प्रभावित कर रखा है। स्कूल से लेकर कॉलेज तक बंद है। सरकारी स्कूलों में विभाग ने स्माइल, शिक्षावाणी, शिक्षा दर्शन जैसे कार्यक्रम शुरू कर रखे है, जबकि सच्चाई यह है कि ग्रामीण अंचल में बच्चों की बहुत कम पढ़ाई हो रही है। बच्चों के अभिभावकों के पास पर्याप्त संसाधन ही नहीं है। साथ ही सरकारी शिक्षक भी इतने ज्यादा सक्रिय होकर बच्चों की पढ़ाई नहीं करवा पा रहे हैं, वे स्कूल से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों में ही उलझे रहते हैं।
श्रीगंगानगर जिले के चार प्रतिशत शिक्षकों की ओर से ही फीडबैक फार्म भरे गए है। शनिवार को होने वाली क्विज प्रतियोगिता में भी छात्रों की ओर से भाग नहीं लिया जा रहा है। हालांकि अधिकतर स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालयों ने जूम, गूगल क्लास रूम, माइक्रोसॉफ्ट टीम, स्काइप जैसे प्लेटफॉर्मों के साथ-साथ यूट्यूब, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण का विकल्प अपना रखा है। इस संकटकाल में यही एकमात्र रास्ता है, लेकिन इस ऑनलाइन शिक्षा ने विद्यार्थियों के साथ अभिभावकों की जिम्मेदारी बढ़ा दी है। संसाधनों का अभाव बड़ी बाधा
प्रदेश में करीबन प्रत्येक जिले के विद्यार्थियों के पास संसाधनों का नितान्त अभाव है। बहुत से अभिभावक ऐसे है जिनके पास मोबाइल, इंटरनेट, रेडियो और टीवी इनमें से एक भी संसाधन अध्ययन के लिए नहीं है। ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों के लिए संसाधन जुटाने के लिए भी चिंतित हैं। सहपाठियों से पढ़ाई में पिछडऩे का भय भी इन बच्चों के लिए संकट बना हुआ है।
ऑनलाइन पद्धति में ज्ञान का सीमित विकास
शिक्षा का मुख्य उद्देश्य ज्ञान का विकास करना है जोकि ऑनलाइन पद्धति में एक सीमा तक ही संभव है। इसमें पुस्तकीय और सैद्धांतिक ज्ञान तो हासिल होता है लेकिन व्यावहारिक ज्ञान से अपेक्षाकृत वंचित ही रहते हैं। विज्ञान,गणित,प्रौद्योगिकी और मेडिकल जैसे विषयों की पढ़ाई तो प्रयोग और व्यावहारिक जानकारी के बिना न तो मुमकिन होगी और न ही मुक्मल।
फैक्ट फाइल
(यूडाइस-2019 डाटा के अनुसार)राज्य में कुल विद्यालय-105674

राज्य में कुल विद्यार्थी-16445148
गंगानगर जिले ने कुल विद्यालय-3019

गंगानगर जिले में कुल विद्यार्थी-408826
हनुमानगढ़ जिले में कुल विद्यालय-2057

हनुमानगढ़ में कुल विद्यार्थी -384014

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प्रत्येक शिक्षक की ओर से प्रतिदिन स्माइल कार्यक्रम का फीडबैक लेने के लिए सीबीइओ को पाबंद किया है। बच्चों की कोविड की वजह से ऑनलाइन पढ़ाई की प्रगति रिपोर्ट ज्यादा अच्छी नहीं है।

-हरचंद गोस्वामी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, श्रीगंगानगर।
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