एक्सप्रेस बसों के नाम पर छोटे-छोटे स्टैण्ड पर बसों को रोककर यात्रियों को लिया जा रहा है। इससे यह दूरी तय करने में 5 से 5.30 घंटे लग रहे हैं। संभाग मुख्यालय पर जाने के लिए श्रीगंगानगर आगार की ओर से सीधी बस सेवा उपलब्ध नहीं है। पदमपुर, रायसिंहनगर, अनूपगढ़, घड़साना होते हुए बीकानेर बसें जा रही हैंं। यह रूट काफी लंबा है। श्रीगंगानगर से बीकानेर जाने वाले यात्री इस रूट पर यात्रा नहीं करते।
बीकानेर-श्रीगंगानगर रूट पर बसें चलाने का दायित्व 1993 में बीकानेर आगार पर डाल दिया गया था। बीकानेर आगार भी इस रूट पर बसें चलाने में दिलचस्पी नहीं ले रहा। उपेक्षा के चलते इस नैशनल हाइवे पर अब निजी बस ऑपरेटरों का कब्जा हो गया है। सूरतगढ़ से भी श्रीगंगानगर के लिए सुबह 8 बजे से पहले कोई बस नहीं है। इससे साफ है कि श्रीगंगानगर आगार भी इस रूट पर सेवाओं को लेकर गंभीर नहीं है। यहां यह उल्लेखनीय है कि राजस्थान रोडवेज के चेयरमैन राजहंस उपाध्याय सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर श्रीगंगानगर आ रहे हैं। उपाध्याय इस दौरान बीकानेर संभाग के रोडवेज के मुख्य आगार प्रबंधकों की संयुक्त बैठक भी ले सकते हैं। इस दौरान वे बस स्टैंड और वर्कशॉप का भी निरीक्षण करेंगे।
वर्कशॉप प्रशिक्षुओं के भरोसे
श्रीगंगानगर आगार के वर्कशॉप में फस्र्ट ग्रेड मैकेनिक के 12 पद मंजूर हैं, लेकिन सभी पद खाली हैं। यही स्थिति सैकिण्ड ग्रेड मैकेनिकों की है। थर्ड ग्रेड मैकेनिकों के 44 पद हैं लेकिन 12 पद रिक्त हैं। वर्कशॉप में आईटीआई के प्रशिक्षुओं से काम चलाया जा रहा है। वर्कशॉप में नए टायरों की भी कमी काफी समय
से है।
ईटीएम के बाद कम्प्यूटर भी खराब
ईटीएम के बाद अब बस स्टैंड पर हनुमानगढ़, अनूपगढ़, सूरतगढ़ और श्रीकरणपुर की टिकट विंडो पर यात्रियों की टिकट काटने के लिए लगे कम्प्यूटर भी खराब स्थिति में हैं। ये कम्प्यूटर जब चाहे स्वत: ही बंद हो जाते हैं। इससे यात्रियों को टिकट लेने में परेशानी होती है। श्रीगंगानगर आगार में 140 ईटीएम हैं जिनमें से अधिकतर खराब हैं।
ईटीएम के बाद अब बस स्टैंड पर हनुमानगढ़, अनूपगढ़, सूरतगढ़ और श्रीकरणपुर की टिकट विंडो पर यात्रियों की टिकट काटने के लिए लगे कम्प्यूटर भी खराब स्थिति में हैं। ये कम्प्यूटर जब चाहे स्वत: ही बंद हो जाते हैं। इससे यात्रियों को टिकट लेने में परेशानी होती है। श्रीगंगानगर आगार में 140 ईटीएम हैं जिनमें से अधिकतर खराब हैं।