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विवाद का केंद्र रहे स्कूल में कलक्टर ने बच्चों को पढ़ाया

locationश्री गंगानगरPublished: Jul 13, 2019 07:27:52 pm

Submitted by:

Krishan chauhan

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 School Chuenad

विवाद का केंद्र रहे स्कूल में कलक्टर ने बच्चों को पढ़ाया

राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय चूनावढ़

विवाद का केंद्र रहे स्कूल में कलक्टर ने बच्चों को पढ़ाया


श्रीगंगानगर. राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय चूनावढ़ कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 39 प्रतिशत रहने सहित अन्य कारणों के चलते पिछले दिनों ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के बाद विवाद का केंद्र बन गया था। इस कारण इस स्कूल में 24 जून से नौ दिन तक धरना, प्रदर्शन और क्रमिक अनशन करने पर शिक्षा विभाग ने प्रधानाचार्य ज्योत्सना बैलाण का 10 केडी रावला गांव में तबादला कर दिया। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर के आश्वासन पर इस स्कूल का धरना समाप्त किया था। इस स्कूल का शुक्रवार को औचक निरीक्षण करने के लिए जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते पहुंच गए। वे गांव पतरोड़ा में रात्रि चौपाल के बाद श्रीगंगानगर आ रहे थे। सुबह सवा ग्यारह बजे कलक्टर ने आदर्श स्कूल में पहुंच कर कक्षा 10 वीं की कलाश ली और इसमें आधा घंटे तक विद्यार्थियों को बोर्ड पर गणित और विज्ञान विषय की पढ़ाई करवाई। साथ ही विद्यार्थियों से विभिन्न विषयों के सवाल-जवाब किए। साथ ही अच्छी पढ़ाई करने पर बच्चों को बधाई दी। इससे पहले जिला कलक्टर ने गांव ततसार के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण कर पानी की टंकी की नियमित सफाई करवाने के लिए टीचर्स को पाबंद किया।
कक्षाएं खाली, एक टीचर फरलो पर

इसके बाद कलक्टर ने कक्षा छह, सात, आठ व नौ का निरीक्षण किया तो कक्षा में विद्यार्थियों को कोई टीचर पढ़ाई नहीं करवा रहा था और शिक्षक फरलो पर मिले। इसे जिला कलक्टर ने गंभीरता से लेते हुए हाजिरी रजिस्टर की जांच की। जबकि तत्कालीन प्रधानाचार्य ज्योत्सना का तबादला होने के बाद प्रधानाचार्य का चार्ज जीव विज्ञान व्याख्याता जसंवत कुमार के पास है लेकिन वो आज अवकाश पर है। कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने डीइओ से कोई अवकाश स्वीकृत नहीं करवा रखा था। इस कारण जिला कलक्टर ने हाजिरी रजिस्टर में इनके रिमार्क का निशान लगा दिया। इनको जिला कलक्टर ने फरलो पर मानते हुए डीइओ को निर्देशित कर इनको नोटिस जारी स्पष्टीकरण मांगा है।
अलग-अलग बताएं कारण

इसमें कार्यवाहक प्रधानाचार्य सुमन कड़वासरा ने कलक्टर को बताया कि अध्यापिका अनुबाला तीन साल से स्कूल में नहीं आ रही है। जबकि इसके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। अध्यापिका गीता पीइइओ के अंर्तगत प्राथमिक विद्यालय 34 जीजी में कार्य व्यवस्था के लिए नौ जुलाई से लगाई हुई है। राजनीतिक विज्ञान की व्याख्याता नगेंद्र कौर नौ जुलाई से अवकाश पर है और इनका प्रार्थना पत्र स्वीकृत है।
दो दिन पहले ही हुए आदेश, नहीं हो रही पालना
स्कूल समय में बंक मारने वाले गुरु जी और कार्मिक की अब खैर नहीं है। अब बिना अवकाश व बिना स्वीकृति के स्कूल समय में स्कूल से बाहर जाने वाले शिक्षकों और कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में निदेशक प्रांरभिक शिक्षा ओम प्रकाश कसेरा और निदेशक माध्यमिक शिक्षा नथमल डिडेल ने दो दिन पहले ही आदेश जारी किए हैं। कलक्टर के निरीक्षण में निदेशक के आदेशों की पालना नहीं करने की पुष्टि हुई है।
अधिकारियों को किया पाबंद

शिक्षा विभाग के माध्यमिक निदेशक के अनुसार शिक्षक और कार्मिक आए दिन अपनी विभिन्न मांगों, समस्याओं व निजी कार्यों से विद्यालय समय में ही समय में ही जनप्रतिनिधियों, मंत्रियों और अधिकारियों से मिलने पर के लिए चले जाते हैं। कई बार धरना-प्रदर्शन तक करते हैं। यहां तक की कई शिक्षक तो मुख्यालय भी छोडकऱ चले जाते हैं। स्कूल में शिक्षक कार्य प्रभावित होता है। साथ ही विभाग की छवि भी खराब होती है। अब यदि कोई भी कार्मिक या शिक्षक बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ता है, या फिर स्कूल समय में बाहर जाता है तो उसके खिलाफ राजस्थान सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण व अपील नियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारियों और ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों पर निगरानी रखने के आदेश दिए हैं।
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