श्रीगंगानगर.भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ)ने श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी)पर 13 लाख 88 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है। व्यापारी व किसानों का कहना है कि एफसीआइ व अन्य खरीद एजेसियां गेहूं की खरीद अब नहीं कर रही है। किसानों का गेहूं बाजार में पड़ा है। जबकि एफसीआइ का तर्क है कि श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले का इस सीजन में13 लाख 24 हजार मीट्रिक टन एमएसपी पर गेहूं खरीद का लक्ष्य तय किया गया था। जबकि लक्ष्य से अधिक गेहूं की खरीद अभी तक की जा चुकी है।
एफसीआइ ने राज्य में एमएसपी पर 22 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य तय किया था। हालांकि अब लक्ष्य बढ़ाकर 23 लाख 25 हजार मीट्रिक टन किया है। जबकि एफसीआइ ने राज्य में 22 लाख 75 हजार मीट्रिन गेहूं की खरीद कर ली है। अब 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं की और खरीद की जानी है। इसमें कोटा,अलवर,अजमेर,श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ सहित अन्य जिले भी शामिल है। एफसीआइ अधिकारियों का कहना है कि इनमें से यहां के दोनों जिलों में 22 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद करने के किसानों को बारदाना का वितरण कर दिया है। इस कारण अब थोड़ी बहुत ही गेहूं खरीद होने की संभावना है। जबकि गेहूं की एमएसपी पर 30 जून 2021 तक खरीद की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि श्रीगंगानगर सांसद निहालचंद ने श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले में शेष गेहूं की खरीद करने के लिए केंद्रीय मंत्री से मिलकर पूरी गेहूं की खरीद एमएसपी पर करने की मांग की थी। लेकिन केंद्र सरकार ने ऊंट के मुंह में जीरा गेहूं खरीद का लक्ष्य बढ़ाया है। अब राज्य में एक लाख 25 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य बढ़ाया है। इसमें से 75 हजार मीट्रिक टन तो पहले ही गेहूं की खरीद की जा चुकी है। अब शेष 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जानी है। एडवोकेट मुकेश गोदारा ने कहा कि गेहूं की पूरी खरीद होने से किसानों को राहत मिलेगी।
बारदाना वितरण में गड़बड़ी का लगाया था आरोप श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर 15-20 दिन पहले गेहूं की खरीद के लिए टोकन तक जारी किए गए लेकिन एफसीआइ ने बारदाना का वितरण नहीं किया। इसको लेकर किसान व व्यापारी वर्ग ने सोमवार को एफसीआइ के क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय पर प्रदर्शन कर विरोध किया था। किसान आर्मी के किसान नेता गुरलाल बराड़ का कहना है कि एफसीआइ अधिकारी बारदाना वितरण में भी गड़बड़ी करते हैं। वहीं एफसीआइ ने मंगलवार को 95 हजार थैले और लालगढ़ जाटान मंडी में दस हजार थैले बारदाना का वितरण कर दिया गया।
सवा सौ रुपए की बचत किसानों का कहना है कि मंडियों में किसानों का गेहूं पड़ा है। जबकि बाजार में गेहूं का भाव 1850 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है। जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल है। इस कारण किसान एमएसपी पर गेहूं का बेचान नहीं करने पर सवा सौ रुपए प्रति क्विंटल का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। जबकि एफसीआइ अधिकारियों को इस बात की आशंका है कि किसान का गेहूं का बेचान अभी तक हो चुका है और कुछ व्यापारी किसान के नाम पर अब गेहूं एमएसपी पर बेच कर सवा सौ रुपए प्रति क्विंटल का मुनाफा कमाने के चक्कर में है। इस प्रकार की एफसीआइ को आंशका है।
श्रीगंगानगर में 6.84 मीट्रिक टन हुई गेहूं की खरीद
एफसीआइ के अनुसार श्रीगंगानगर जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य 6 लाख 64 हजार मीट्रिक टन था जबकि अभी तक 6 लाख 84 हजार मीट्रिक टन गेहूं की एमएसपी पर खरीद हो चुकी है।जबकि जिला कलक्टर जाकिर हुसैन ने 7 लाख 10 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य बढ़ाकर करने की मांग की थी। जबकि हनुमानगढ़ जिले में 7 लाख 4 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है।
एफसीआइ के अनुसार श्रीगंगानगर जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य 6 लाख 64 हजार मीट्रिक टन था जबकि अभी तक 6 लाख 84 हजार मीट्रिक टन गेहूं की एमएसपी पर खरीद हो चुकी है।जबकि जिला कलक्टर जाकिर हुसैन ने 7 लाख 10 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य बढ़ाकर करने की मांग की थी। जबकि हनुमानगढ़ जिले में 7 लाख 4 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है।
———— फैक्ट फाइल -श्रीगंगानगर जिले में गेहूं की खरीद हुई-6.84 मीट्रिक टन
-हनुमानगढ़ जिले में गेहूं की खरीद हुई-7.04 मीट्रिक टन -श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले में गेहूं की खरीद हुई-13 लाख 88 हजार मीट्रिक टन
गेहूं का भाव
-हनुमानगढ़ जिले में गेहूं की खरीद हुई-7.04 मीट्रिक टन -श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले में गेहूं की खरीद हुई-13 लाख 88 हजार मीट्रिक टन
गेहूं का भाव
-गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य-1975 रु प्रति क्विंटल
-गेहूं का बाजार में औसम भाव- 1850 रु प्रति क्विंटल ————
राज्य की स्थिति -राज्य में गेहूं की खरीद हुई-22 लाख 75 हजार मीट्रिक टन
-राज्य में अब गेहूं खरीद का लक्ष्य बढ़ाया-1 लाख 25 हजार मीट्रिक टन
-गेहूं का बाजार में औसम भाव- 1850 रु प्रति क्विंटल ————
राज्य की स्थिति -राज्य में गेहूं की खरीद हुई-22 लाख 75 हजार मीट्रिक टन
-राज्य में अब गेहूं खरीद का लक्ष्य बढ़ाया-1 लाख 25 हजार मीट्रिक टन
-राज्य में अभी गेहूं की खरीद की जानी है-50 हजार मीट्रिक टन
राज्य में गेहूं खरीद का लक्ष्य 22 लाख मीट्रिक टन से बढकऱ 23 लाख 25 हजार मीट्रिक टन किया गया है। अभी तक राज्य में 22 लाख 75 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है और अब 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद ओर की जाएगी। इसमें श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ सहित राज्य की अन्य मंडियां का गेहूं भी शामिल है। इसमें यहां के दोनों जिलों में 22 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद करने के लिए बारदाना का वितरण कर दिया गया है। अब बहुत कम गेहूं की खरीद हो पाएगी। हालांकि इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि कहीं कोई पात्र किसान एमएसपी पर गेहूं खरीद से वंचित नहीं रहना चाहिए।
राज्य में गेहूं खरीद का लक्ष्य 22 लाख मीट्रिक टन से बढकऱ 23 लाख 25 हजार मीट्रिक टन किया गया है। अभी तक राज्य में 22 लाख 75 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है और अब 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद ओर की जाएगी। इसमें श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ सहित राज्य की अन्य मंडियां का गेहूं भी शामिल है। इसमें यहां के दोनों जिलों में 22 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद करने के लिए बारदाना का वितरण कर दिया गया है। अब बहुत कम गेहूं की खरीद हो पाएगी। हालांकि इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि कहीं कोई पात्र किसान एमएसपी पर गेहूं खरीद से वंचित नहीं रहना चाहिए।
चक्रेश कुरील,क्षेत्रीय प्रबंधक,भारतीय खाद्य निगम,श्रीगंगानगर।