पुलिस की ओर से छेड़छाड़ की घटनाओं व महिला तथा छात्राओं की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई के लिए बाइक सवार महिला पुलिसकर्मियों की एक टीम बनाई गई, जिसका नाम शक्ति दल रखा गया। इनकी वर्दी भी पुलिस से अलग नीली रखी गई है। विदेशों में चलने वाली लेडी स्क्वॉयड की तरह दिखने वाली बाइकें, वायरलैस, हथियारों से लैस यह दल स्कूल व कॉलेजों, पार्कों, कोचिंग सेंटरों आदि के बाहर गश्त करती हैं और छात्राओं के पीछे जाने वाले, वहां खड़े होकर परेशान करने वालों की धरपकड़ की कार्रवाई करती है।
इसके अलावा दल की महिला पुलिसकर्मी सादा कपड़ों में पार्कों, स्कूल व कॉलेज, कोचिंग सेटरों के आसपास मनचलों पर निगरानी रखती है और अपने दल को इसकी सूचना देकर तत्काल धरपकड़ की कार्रवाई की जाती। शक्ति दल का प्रभारी महिला थाने में तैनात उपनिरीक्षक सुमन जयपाल को बनाया गया है।
शहर के चारों थानों की पुलिस करती है मदद – शक्ति दल की महिला पुलिसकर्मियों की ओर से जिस थाना क्षेत्र में कार्रवाई की जाती है। उसी थाने की पुलिस को वायरलैस से सूचित कर बुला लिया जाता है। पकड़े गए युवकों को उस पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों को सौंप दिया जाता है। इसके अलावा थानों की पुलिस धरपकड़ करने में भी दल की मदद करती है। थानों की पुलिस को भी शक्ति दल की महिला पुलिसकर्मियों की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश हैं।
इनका कहना है – शक्ति दल को स्कूल-कॉलेज खुलने के बाद दौबारा से एक्टिव किया है। दल की पुलिसकर्मियों को स्कूल, कॉलेजों में जाकर छात्राओं का आत्मबल बढ़ाने, शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई करने व पार्कों, स्कूल, कॉलेज के बाहर सादा कपड़ों में मनचलों पर नजर रखने व कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
हेमंत शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्रीगंगानगर